रायपुर: रायपुर में सीएम निवास में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेसवार्ता की शुरुआत की है। जिसके बाद इस चुनाव से एक सकारात्मक परिणाम आया है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि इस चुनाव में 53 प्रतिशतवोट मिले। इस बार 4 उपचुनाव हुआ. सरकार के काम और नीतियों का मिला समर्थन। खैरागढ़ की जनता निश्चित रहे हम वादा निभाएंगे। सरकार के 3 साल के काम पर जनता का मुहर। 8 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हुई. कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को बधाई। सरकार की योजनाओं का जनता को समर्थन। पिछले चुनाव से 56 हजार ज्यादा वोट मिले। सरकार के साढ़े 3 साल के काम पर जनता का मुहर।
छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भाजपा उम्मीदवार कोमल जंघेल को रिकार्ड 20,067 मतों के अंतर से शिकस्त दी है। कांग्रेस की जीत का मास्टर स्ट्रोक सीएम भूपेश बघेल की खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा को माना जा रहा है। पिछले चुनाव में तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस ने उपचुनाव में रिकार्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की है। खैरागढ़ विधानसभा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रत्याशी नरेंद्र सोनी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके हैं। उनसे ज्यादा वोट निर्दलीय उम्मीदवार चरण साहू को मिले हैं। उप चुनाव से पहले यह सीट जेसीसीजे के पास थी। खैरागढ़ से राजा देवव्रत सिंह ने जेसीसीजे से चुनाव जीता था। कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थीं। यह सिलसिला आखिरी 21वें राउंड तक कायम रहा। जीत के बाद खैरागढ़ से लेकर रायपुर तक जश्न का माहौल है। खैरागढ़ में कांग्रेस की जीत के साथ 17 अप्रैल को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नया जिला बनेगा।
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान हुआ था। यहां कुल 2 लाख 11 हजार 516 को वोटर हैं। 291 बूथों में 78.48% लोगों ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 1 लाख 65 हजार 807 लोगों ही चुनाव में मतदान किया। 2018 और 2013 के आम चुनाव में यहां 84% से अधिक मतदान हुआ था। शनिवार को 14 टेबल पर 21 राउंड की गणना के बाद परिणाम सामने आए हैं। काउंटिंग में 250 कर्मचारियों की ड्यूटी लगी थी। खैरागढ़ सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ (जे) ने जीत हासिल की थी। यहां जेसीसीजे के प्रत्याशी देवव्रत सिंह को 61,516 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के कोमल जंघेल को 60,646 और कांग्रेस के गिरवर जंघेल को 31,811 वोट मिले थे। वहीं इस सीट में जीत का मार्जिन केवल 870 वोट का था। विधायक व राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी, जिस पर उपचुनाव हुआ। अब यहां कांग्रेस का विधायक होगा। 2022 के उप चुनाव में जीत का मार्जिन 20 हजार से ज्यादा होना लगभग तय है।


