जांजगीर जिले में भाई ने ही अपने मौसेरे भाई की हत्या कर दी है। बताया गया है कि यह विवाद पुराने झगड़े को लेकर था। फिर विवाद हुआ तो उसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर पहले युवक को पीटा। फिर तीनों ने मिलकर युवक का गला घोंट दिया। इसके बाद उसके शव को बाड़ी में दफना दिया था। मकसद था कि इससे किसी को कुछ पता नहीं चल पाएगा। मगर उनकी ये साजिश काम नहीं आई है। मामला मालखरोदा थाना क्षेत्र के परसा गांव का है।
परसा गांव का रहने वाला मयंक सिदार (21) आदतन शराबी था। वह शराब के नशे में घरवालों से झगड़ा किया करता था। कुछ काम धाम भी नहीं करता था। इसी वजह से उसका घर में तो विवाद होता ही था। साथ ही उसके मौसेरे भाई भास्कर(18) से विवाद होता था। बताया जा रहा है कि मयंक गुरुवार रात को अपनी बड़ी मम्मी के बेटे राजा सिदार के साथ बिलासपुर से वापस लौटा था। मयंक अपने भाई के साथ अपनी मां को देखने बिलासपुर गया था। घर के सभी लोग मयंक की मां के बिलासपुर में भर्ती होने के चलते वहीं थे।
घर में पैसा नहीं देने को लेकर होता था विवाद
जानकारी के मुताबिक, रात को घर लौटने के बाद मयंक का भाई राजा घर के पास ही कुछ दूर में खटिया लगाकर सो गया था। वहीं मयंक, भास्कर के साथ पहले बात कर रहा था। बातचीत करने के दौरान ही दोनों के बीच घर में पैसे नहीं देने को लेकर झगड़ा शुरू हो गया। कहा जा रहा है कि विवाद इतना बढ़ गया कि भास्कर ने किसी बहाने से अपने 2 साथियों को वहां बुला लिया और मयंक को पीटा। इसके बाद तीनों ने मिलकर उसका गला घोंट दिया। बाद में शव के घर के पीछे बनी बाड़ी में दफना दिया गया। ये सब रात को करीब 1 बजे से 4 बजे के बीच हुआ है।
भाई सोकर उठा
इधर, वारदात के बाद भास्कर अपने साथियों के साथ मयंक के ही घर में ही था। इतने में घर के दूसरी तरफ सोए हुए राजा की नींद रात को ही खुल गई। रात को उठकर वह घर में गया तो सामान इधर-उधर बिखरा हुआ था। मयंक घर पर नहीं था। भास्कर के शरीर में चोट के निशान थे। इसके साथ ही कुछ घसीटने के निशान राजा को मिले थे। इस पर ही उसने भास्कर से पूछताछ की। मगर भास्कर ने उसे कुछ नहीं बताया था।
