खैरागढ़ की सियासी स्थिति साफ हो चुकी है। लोगों ने कांग्रेस को चुना है और भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है। इस करारी हार के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक बयान जारी करते हुए कांग्रेस को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है।
विष्णुदेव साय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनादेश का सम्मान करती है । खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं को हम बधाई देते हैं और हम उनका आभार मानते हैं। उन्होंने जीत हासिल करने वाली कांग्रेस की प्रत्याशी यशोदा वर्मा को भी शुभकामनाएं दी। साय ने आगे कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस ने अनैतिकता की हद पार कर दी। अनैतिक दुष्प्रचार की जीत हुई। लोकतंत्र की पवित्रता पर डाका डाला गया है। कांग्रेस ने जनता को छलने का प्रयास किया, भाजपा के कार्यकर्ता अपना संघर्ष जारी रखेंगे।
कांग्रेस इन भाजपा नेताओं का इस्तीफा मांग रही
दूसरी तरफ लगातार छत्तीसगढ़ में तीसरे उपचुनाव में मिली जीत की वजह से कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं का इस्तीफा मांग रही है। खैरागढ़ के उपचुनाव के अलावा इससे पहले कांग्रेस दंतेवाड़ा, मरवाही और चित्रकोट का उपचुनाव जीत चुकी है।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने इसे लेकर कहा है कि भाजपा अनर्गल आरोप लगाकर जनादेश का अपमान कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा कहती थी खैरागढ़ का चुनाव 2023 का सेमीफाइनल है। भाजपा सेमीफाइनल हार गई अर्थात वह 2023 के फाइनल खेलने लायक नहीं बची है। भाजपा ने डॉक्टर रमन को खैरागढ़ में एक बड़े चेहरे के तौर पर पेश किया, इसलिए नैतिकता के नाते उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके अलावा भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन शर्मा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को भी अब इस्तीफा दे देना चाहिए। इन नेताओं को बताना चाहिए कि यह कब इस्तीफा दे रहे हैं।