कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में एक युवक द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया है। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं परिजनों के साथ मिलकर ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे 130A पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मामले में दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ित परिवार को मुआवजा व सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
घटना बोड़ला थाना क्षेत्र के खड़ौदा गांव के आश्रित ग्राम तेंदू टोला की है, जहां गुरुवार सुबह माखनलाल यादव (35 वर्ष) ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। परिजनों का कहना है कि कुछ दिन पहले बोड़ला क्षेत्र में हुई एक बड़ी चोरी के मामले में माखनलाल के छोटे भाई गोपाल यादव को पुलिस ने मुख्य आरोपी बनाया था। चोरी की घटना में माखनलाल की मोटरसाइकिल के इस्तेमाल की बात सामने आने के बाद पुलिस लगातार माखनलाल को पूछताछ के लिए बुला रही थी।
परिजनों का आरोप है कि बार-बार थाने बुलाकर की जा रही पूछताछ और पुलिस के दबाव ने माखनलाल मानसिक रूप से परेशान हो गया था। इसी तनाव के चलते उसने आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लिया।
युवक की मौत की खबर मिलते ही गांव के लोग आक्रोशित हो गए और परिजनों के साथ मिलकर शव को लेकर पांडातराई सब-स्टेशन के पास पहुंचे, जहां उन्होंने नेशनल हाइवे 130A पर चक्का जाम कर दिया। इस दौरान लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा व एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं इस मामले में एसडीएम रुचि ससरदुल ने मीडिया को कोई भी जवाब देने से इनकार कर किया है।