Sunday, November 10, 2024

केंद्रीय बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री ने एनटीपीसी के भारतीय पावर स्टेशन ओएंडएम सम्मेलन 2024 का शुभारंभ किया

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image00285LP.jpgछत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज 13 फरवरी, 2024 को एनटीपीसी लिमिटेड द्वारा भारतीय पावर स्टेशन ओएंडएम सम्मेलन 2024 का आयोजन किया गया। केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने वर्चुअली सम्मेलन का उद्घाटन किया। आईपीएस के 2024 संस्करण का विषय ‘सुरक्षित, विश्वसनीय और लागत प्रभावी बिजली उत्पादन के लिए संचालन और रखरखाव अभ्यास’ है।

कार्यक्रम 1982 में सिंगरौली में एनटीपीसी की पहली इकाई के ऐतिहासिक शुरुआत की याद दिलाता है, जो बिजली क्षेत्र में प्रगति में एक महत्वपूर्ण क्षण को चिह्नित करता है, जिससे दशकों के नवाचार और उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलता है।

आईपीएस 2024 बिजली उत्पादन में सुरक्षा, विश्वसनीयता और लागत-प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए नवीन रणनीतियों का पता लगाने को लेकर सहयोगात्मक चर्चाओं में शामिल होने के लिए उद्योग जगत के लीडर्स के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।

सम्मेलन के बारे में अधिक जानकारी यहां पाई जा सकती है।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने कहा कि वह एनटीपीसी की अपनी बिजली उत्पादन क्षमता को मौजूदा 73+ गीगावॉट से दोगुना कर 150 गीगावॉट करने की आशा करते हैं। बिजली क्षेत्र में एनटीपीसी के योगदान की सराहना करते हुए मंत्री ने कहा कि कार्यक्षमता और विश्वसनीयता से कंपनी की प्रतिष्ठा अच्छी तरह से स्थापित हुई है। एनटीपीसी भारत में सबसे अच्छे और सबसे बड़े सार्वजनिक उपक्रमों में से एक के रूप में उभरा है। मैं एनटीपीसी को एक वैश्विक बहुराष्ट्रीय इकाई बनाने की आशा करता हूं जो दुनिया भर में अपने बिजली संयंत्रों का संचालन करे।

मंत्री ने निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने भारत की आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने में एनटीपीसी की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने के लिए जबरन बिजली कटौती को कम करने की आवश्यकता की ओर इशारा किया।

ऊर्जा परिवर्तन का जिक्र करते हुए बिजली मंत्री ने कहा कि यह चिंता का कारण नहीं होना चाहिए, क्योंकि ऊर्जा के तापीय और नवीकरणीय दोनों रूप साथ-साथ मौजूद (सह-अस्तित्व में) रहेंगे। दुनिया कोयला आधारित बिजली के खिलाफ नहीं है। हालांकि हमारे वर्तमान और आगामी कोयला-आधारित संयंत्रों के लिए उत्सर्जन को कम करते हुए बढ़ती कुशलता सुनिश्चित करने को लेकर तंत्र विकसित करना समय की मांग है।

मंत्री ने कहा कि हमारे जैसे बड़े देश को वर्तमान क्षमता से अधिक परमाणु क्षमता की जरूरत है। एनटीपीसी और न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनपीसीआईएल) के बीच संयुक्त उद्यम को जितनी जल्दी हो सके परमाणु क्षमता बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए, जो कोयला आधारित बिजली संयंत्रों के निर्बाध अनुकूलन का मार्ग प्रशस्त करेगा।

सम्मेलन के उद्घाटन सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री ने आईपीएस 2024 ई-कम्पेंडियम, स्टीम टर्बाइन ई-लर्निंग मॉड्यूल और बॉयलरपीडिया जारी किया।

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