कांकेर। छत्तीसगढ़ के लिए गुरूवार किसी मनहूस दिन से कम नहीं था. जब एक बेलगाम ट्रक खूनी ट्रक बन गया. मासूम बच्चों से भरे ऑटो को कुचल दिया. एक बाद एक सात मासूम लाश में तब्दील हो गए. खून से सड़क लाल पड़ी थी. एक एक कर बच्चों की सांसें उखड़ रही थी, लेकिन खून ट्रक ड्राइवर गाड़ी को छोड़ मौके से फरार हो गया. छोटे-छोटे बच्चे तड़प रहे थे, बिलख रहे थे, लेकिन दिल नहीं पसीजा, मौत के मुंह में धकेल कर भाग निकला. पूरा मामला कांकेर के कोरर का है, जहां आज पूरा गांव फफक कर रो रहा है.
आंखों में आंसुओं की धार
कांकेर के कोरर में मासूमों की अर्थी की कतार लगी है. 1…2…3..नहीं, बल्कि एक के बाद एक 7 लाशें घरों से निकलीं. लाशों को देखकर परिजनों का कलेजा फट गया. आंखों में आंसुओं की धार लिए अंतिम संस्कार किए. इस दौरान पूरा गांव फफक कर रो पड़ा. आंगन में सफेद कपड़े में लिपटी लाश पर आंसु ही गिरे जा रहे थे. चारों तरफ चीख-पुकार मची रही.
इलाके में पसरा मातम
कोरर में हुए सड़क हादसे के बाद इलाके में मातम पसरा है. मृतकों के अंतिम संस्कार का सिलसिला जारी है. कुछ मृत बच्चों का रात को ही अंतिम संस्कार कर दिया गया था. कुछ बच्चों का अभी हो रहा है. पीड़ितों में 3 परिवार ऐसे हैं, जिनके सभी बच्चे हादसे के शिकार हुए हैं. 2 परिवारों के 2, 2 बच्चे सहित रानी डोंगरी निवासी गुलाब का एकमात्र पुत्र हादसे का शिकार हुआ है. परिजनों का रो-रो कर बुराहाल है.