बलौदाबाजार। मिडिल स्कूल में मध्याह्न भोजन योजना के तहत बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना परोसने का मामला सामने आया है. इस घटना के बाद सुरक्षा की दृष्टि से 78 बच्चों को स्वास्थ्य विभाग ने एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगाया गया है. वहीं घटना से आक्रोशित पालकों ने मिड डे मिल भोजन परोसने वाले समूह को हटाने और कड़ी कार्रवाई की मांग की है. पूरे घटनाक्रम को लेकर कसडोल विधायक संदीप साहू मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच की मांग की है.
घटना बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के पलारी विकासखंड के ग्राम लछनपुर स्थित मिडिल स्कूल में पिछले सोमवार की है. स्कूल में मध्याह्न भोजन के लिए बनाए गए सब्जी को एक घुमंतु कुत्ता जूठा कर गया था. इसे देखकर कुछ बच्चों ने शिक्षकों को सूचित किया. शिक्षकों ने रसोइया समूह की महिलाओं को जूठी सब्जी बच्चों को न परोसने का निर्देश दिया, लेकिन फिर भी महिलाओं ने सब्जी जूठी होने से इंकार करते हुए जबरदस्ती 84 बच्चों को वही सब्जी परोस दी.
बच्चों ने जब घर जाकर यह बात अभिभावकों को बताई, तो ग्रामीणों और अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर शिक्षकों और शाला समिति के अध्यक्ष झालेंद्र साहू से इसकी शिकायत की. स्कूल प्रशासन ने बताया कि उन्होंने रसोइयों को जूठा खाना न परोसने के लिए मना किया था, लेकिन उन्होंने अनसुना कर दिया. इसके बाद अभिभावक बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां डॉक्टर वीणा वर्मा ने 78 बच्चों को एंटी-रेबीज का टीका लगाया.
विधायक संदीप साहू ने सीएम को लिखा पत्र
इस मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक संदीप साहू ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घटना की जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
प्रशासन ने शुरू की घटना की जांच
घटना के सामने आने के बाद कलेक्टर दीपक सोनी ने इसे गंभीरता से लेते हुए पलारी एसडीएम दीपक निकुंज को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है. एसडीएम ने मामले की जांच शुरू करते हुए बच्चों, अभिभावकों, शिक्षकों और शाला समिति के सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं. हालांकि, रसोइया समूह के सदस्य जांच में शामिल नहीं हुए हैं.
एसडीएम दीपक निकुंज ने बताया कि कुत्ते द्वारा जूठा भोजन को बच्चों को परोसने का मामला सामने आया है. घटना की जांच कर रहे हैं. फिलहाल, सभी पक्षों के बयान लिए जा रहे हैं. स्थिति स्पष्ट होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
ग्रामीणों ने की समूह को हटाने की मांग
ग्रामीणों ने रसोइया समूह को हटाने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
डॉक्टर ने बताई एंटी-रेबीज लगाने की वजह
लछनपुर स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी डॉ. वीणा वर्मा ने बताया कि अभिभावकों और ग्रामीणों के दबाव में बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए एंटी-रेबीज का टीका लगाया गया. उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर एहतियातन यह कदम उठाया गया.