मेरठ,दिल्ली पुलिस के लापता हेडकांस्टेबल गोपीचंद की हत्या का सरधना पुलिस ने सनसनीखेज राजफाश किया है। हस्तिनापुर में गंगा किनारे विदुर धाम आश्रम में साधु वेश में रहने वाले तांत्रिक ने गोपीचंद की दांव से गर्दन काटकर हत्या कर दी। तांत्रिक ने बताया कि गोपीचंद पत्नी की तंत्र क्रिया से हत्या कराने के लिए साढ़े चार लाख की रकम दे चुका था। हत्या वाले दिन भी डेढ़ लाख की रकम लेकर गया था। गोपीचंद रकम वापस नहीं मांग ले। इसलिए हत्या करने के बाद शव को गंगा में फेंक दिया था। पुलिस ने आलाकत्ल दांव, बाइक तथा खून से सना कुर्ता बरामद कर लिया है।
पोहल्ली निवासी गोपीचंद पुत्र नत्थन सिंह दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात था। उसकी ड्यूटी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर थी। 26 मार्च को गोपीचंद लापता हो गया था। शुक्रवार को सरधना पुलिस ने गोपीचंद की हत्या का राजफाश कर दिया।
गणेशानंद फतेहपुर के सिमौर थानाक्षेत्र के हुसैनगंज गांव का रहने वाला है। गणेशानंद ने हेडकांस्टेबल को भरोसा दिलाया कि तंत्रक्रिया से उसकी पत्नी की हत्या कर देगा। उसके लिए गोपीचंद से किस्तों में साढ़े चार लाख की रकम वसूल चुका था। 26 मार्च को भी गोपीचंद को डेढ़ लाख की नकदी और बलि में देने के लिए मुर्गा लेकर आने को कहा था। बाइक पर सवार होकर गोपीचंद मुर्गा लेकर आश्रम में पहुंच गया।
गणेशानंद के मुताबिक, वह तंत्र क्रिया से गोपीचंद की पत्नी की हत्या नहीं कर सकता है। उसे डेढ़ लाख रुपये की जरूरत थी। इसलिए उसने पहले मुर्गे की बलि दी। उसके बाद गोपीचंद की गर्दन काटकर हत्या कर दी। शव को गंगा में फेंक दिया। साथ ही बाइक को भी गंगा के किनारे में डाल दिया गया। गणेशानंद का कहना है कि यदि गोपीचंद की हत्या नहीं करता तो वह पहले दी गई साढ़े चार लाख की रकम वापस मांगता। साथ ही डेढ़ लाख की नकदी भी नहीं देता।


