मुंबई। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को बड़ा झटका दिया है. बैंक ने गुरुवार को एमसीएलआर (MCLR) में बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इस फैसले से होम, ऑटो या पर्सनल लोन अब लोगों को महंगा पड़ेगा. नई दरें 15 जुलाई से प्रभावी हो गई है.
भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट में वृद्धि करने के बाद बैंक अब अपनी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रही हैं. ताजा कड़ी में एसबीआई ने ब्याज दरों में इजाफा करते हुए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 10 बेसिस प्वाइंट (BPS) या 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया है.
इस बढ़ोतरी के बाद एक महीने और तीन महीने के लोन पर MCLR दर 7.05 फीसदी से बढ़कर 7.15 फीसदी हो गई. वहीं छह महीने की अवधि वाले लोन पर एमसीएलआर दर 7.35 फीसदी से बढ़कर 7.45 फीसदी, एक साल के कर्ज पर 7.4 फीसदी से बढ़कर 7.5 फीसदी और दो साल की अवधि के लोन के लिए 7.7 फीसदी से बढ़कर 7.8 फीसदी हो गई है.
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक ने बीते दिनों लगातार दो बार झटका देते हुए रेपो रेट में बढ़ी वृद्धि की थी. पहले चार मई को एमपीसी की बैठक में केंद्रीय बैंक ने 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की और उसके बीते आठ जून को बैठक में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी की थी. इन वृद्धियों के बाद रेपो रेट बढ़कर 4.90 फीसदी हो गया. रेपो दर बढ़ने का असर बैंकों ने ब्याज दरों पर पड़ा है.


