नई दिल्ली। 10 नवंबर को लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए ब्लास्ट की जांच में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ा सुराग मिला है। ताजा खुलासे में सामने आया है कि धमाका केवल दो नहीं, बल्कि चार गाड़ियों में करने की साजिश रची गई थी। जांच एजेंसियों ने बताया कि संदिग्ध हमलावर दो और पुरानी गाड़ियां तैयार कर रहे थे, जिनमें विस्फोटक रखकर हमले का दायरा और भी बड़ा करने की योजना थी।
डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल की डायरी से खुलासा
जांच में बरामद डॉ. उमर और डॉ. मुजम्मिल की डायरियों से यह पूरी साजिश सामने आई है। डायरियों में 8 से 12 नवंबर की तारीखें दर्ज हैं, और इनमें करीब 25 लोगों के नाम लिखे हुए मिले हैं। बताया गया कि इन नामों में ज्यादातर लोग जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद के रहने वाले हैं।
DNA रिपोर्ट से पुख्ता सबूत
जांच टीमों को ब्लास्ट साइट से डॉ. उमर उन नबी के दांत, हड्डियां, खून से सने कपड़े और पैर का हिस्सा मिला था, जो कार के स्टीयरिंग और एक्सीलेटर के बीच फंसा हुआ था। अब DNA रिपोर्ट में उमर का DNA उसकी मां के DNA से मैच कर गया है। इससे यह पुष्टि हुई है कि ब्लास्ट के वक्त कार में डॉ. उमर ही मौजूद था।
सरकार ने माना आतंकी हमला
केंद्र सरकार ने दिल्ली कार ब्लास्ट को आतंकी हमला घोषित कर दिया है। बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में टेरर अटैक पर प्रस्ताव पारित किया गया।
ब्लास्ट में अब तक 12 की मौत, 25 घायल
10 नवंबर को हुए इस लाल किला ब्लास्ट में 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 25 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। घायलों का इलाज दिल्ली के अलग-अलग अस्पतालों में जारी है।


