बालोद जिले के पर्रेगुड़ा गांव स्थित भोला पठार के जंगल में एक युवती का कंकाल मिला है। आसपास बाल और चूड़ी मिलने से ये अनुमान लगाया जा रहा है कि ये लड़की का है। पास ही मोबाइल भी पड़ा मिला है।बुधवार सुबह भोला पठार पर कुछ ग्रामीणों ने इसे देखा।
लोगों ने तुरंत सिटी कोतवाली पुलिस को इसकी सूचना दी। मामले की गंभीरता को समझकर तुरंत मौके पर पुलिस पहुंची और घटनास्थल की जांच की। मौके से कंकाल बरामद कर लिया गया, जिसके हाथ की हड्डियों में चूड़ी फंसी हुई मिली। सैंडल और बैग भी मिले हैं।

पुलिस ने जब बैग की जांच की, तो उसके अंदर से एडमिट कार्ड बरामद हुआ है। जो गुरूर के मां बहादुर कलारिन कॉलेज का है और उस पर स्टूडेंट का नाम कविता (22 वर्ष), पिता का नाम मिश्रीलाल और मां का नाम रेवती बाई लिखा हुआ है। परिचय पत्र के मुताबिक, छात्रा बीए सेकेंड ईयर में पढ़ती थी। इधर कंकाल मिलने की खबर गांव में आग की तरह फैल गई और वहां भारी संख्या में ग्रामीण जुटे हुए हैं।

एडमिट कार्ड से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने गुरूर थाना पुलिस से संपर्क किया, जहां पता चला कि 30 मार्च को इस युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। युवती बोड़रा गांव निवासी थी। फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल से बरामद कंकाल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, ताकि वो युवती का है या नहीं, मौत हुए कितना समय हो गया है और वजह क्या है, ये बातें पता चल सके।

कंकाल का कराया जाएगा DNA टेस्ट
माता-पिता का सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा, ताकि पता चल सके कि मृत युवती कविता ही है या नहीं। फिलहाल पुलिस ने युवती के माता-पिता से संपर्क किया है। उनसे पूछताछ की तैयारी की जा रही है। पुलिस मृत युवती के कॉलेज जाकर वहां प्रबंधन और उसके दोस्तों से भी पूछताछ की तैयारी में है, ताकि पता चल सके कि आखिरी बार उसे किसके साथ देखा गया था। घटना से पहले युवती की मनोदशा क्या थी।

तेंदू के पेड़ पर लटका हुआ था यह नरकंकाल
पुलिस फिलहाल आत्महत्या और हत्या समेत सभी एंगल से जांच में जुटी है। पुलिस ने सैंडल, बैग और बाल को भी जांच के लिए भिजवा दिया है। बता दें कि युवती का शव तेंदू के पेड़ पर लटका हुआ था, जिसे पुलिस ने उतारा और जांच के लिए भिजवाया। इसलिए पुलिस आत्महत्या के एंगल को भी ध्यान में रख रही है।


