Mohammad Mokim , नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने अनुशासनहीनता पर कड़ा कदम उठाते हुए असम के पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मोकिम पर आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी के आंतरिक नेतृत्व और संगठनात्मक कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए थे।
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पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मोहम्मद मोकिम का यह पत्र सोशल मीडिया और राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया था। कांग्रेस नेतृत्व ने इसे पार्टी अनुशासन का उल्लंघन और संगठनात्मक एकता के खिलाफ कदम माना।
अनुशासन समिति की सिफारिश पर कार्रवाई
कांग्रेस की अनुशासन समिति ने मामले की समीक्षा के बाद मोकिम को पार्टी से निष्कासित करने की सिफारिश की थी। इसके बाद शीर्ष नेतृत्व ने इस पर मुहर लगा दी। पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि संगठन विरोधी गतिविधियों को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पत्र में उठाए थे संगठन और नेतृत्व से जुड़े सवाल
बताया जा रहा है कि मोहम्मद मोकिम ने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की कार्यशैली, टिकट वितरण और संगठनात्मक फैसलों को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक प्रक्रिया कमजोर होने का भी आरोप लगाया था।
कांग्रेस ने दिया सख्त संदेश
इस कार्रवाई को कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अनुशासन और एकजुटता बनाए रखने का सख्त संदेश माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब पार्टी संगठनात्मक मजबूती और आगामी चुनावों की तैयारी में जुटी है।


