कोरबा : सरकारी भवनों की जर्जर स्थिति को लेकर कोरबा जिले के विभिन्न स्थानों पर समस्या बनी हुई है । इनका परीक्षण करने के साथ आवश्यक सुधार करने पर जोर दिया गया है लेकिन समय पर काम नहीं होने से दुर्घटनाएं हो रही है। इसी कड़ी में झाबर में आंगनबाड़ी केंद्र क्रमांक 3 की छठ का प्लास्टर भर भर कर गिर पड़ा। अच्छा यह हुआ कि आंगनबाड़ी केंद्र खुला नहीं था। इसलिए बड़ी अनहोनी टल गई। घटना की जानकारी हुई तो लोग सक्ते में आ गए।
अनहोनी टलने पर उन्होंने ईश्वर का धन्यवाद ज्ञापित किया। खबर के अनुसार आज सुबह 9 बजे के आसपास यह घटना हुई। नगर पालिका क्षेत्र दीपका से अलग हटकर झाबर में यह आंगनबाड़ी केंद्र संचालित है जो कटघोरा विकासखंड और आईसीडीएस परियोजना में आता है। जानकारी मिली है कि आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति बनी हुई थी और एक दो अवसर पर लोगों ने विभागीय अधिकारी को इस संबंध में अवगत कराया था। उनसे कहा गया था कि यहां पर सुधार की जरूरत है और इस दिशा में गंभीरता दिखाई जाए। लेकिन लोगों की बातों को काफी हल्के से लिया गया। इस दौरान समय गुजर और बारिश के प्रभाव से स्थिति प्रतिकूल हुई।
इस बीच आज सुबह आंगनबाड़ी केंद्र संख्या तीन का प्लास्टर जोर की आवाज के साथ धराशाई हो गया। जब केंद्र खोलने के लिए कार्यकर्ता और सहायिका यहां पहुंची तो उन्होंने इस दृश्य को देखा। कुछ देर में बच्चों के अभिभावकों को भी इसका पता चला। इस दौरान सभी ने मामले को लेकर हैरानी जताई। उन्होंने कुछ दिन पहले ही राजस्थान के झालावाड़ में एक सरकारी स्कूल भवन की छत के जमींदोज होने और 9 बच्चों की जिंदगी समाप्त होने का जिक्र किया। उनका कहना था कि आज जो घटना हुई है , उसका स्वरूप छोटा है लेकिन यह चिंता का विषय तो है ही। विधायक प्रतिनिधि नीलेश साहू ने बताया कि उन्होंने और सरपंच की ओर से आंगनबाड़ी केंद्र की समस्या के बारे में विभाग को अवगत कराया जा चुका था लेकिन जरूरी काम नहीं हुए।