नई दिल्ली। प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के कमांडर हाफिज अब्दुल रउफ का एक आपत्तिजनक और भड़काऊ बयान एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो पिछले महीने नवंबर का बताया जा रहा है, लेकिन हाल के दिनों में इसे जानबूझकर दोबारा प्रसारित किया जा रहा है। वीडियो में अब्दुल रउफ भारत के खिलाफ उकसावे वाली भाषा का इस्तेमाल करता नजर आ रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भी भ्रामक व धमकी भरे दावे करता है।
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आतंकी कमांडर के इस बयान को सुरक्षा एजेंसियां मनोवैज्ञानिक युद्ध और दुष्प्रचार का हिस्सा मान रही हैं। जानकारों के मुताबिक, ऐसे वीडियो का मकसद भारत में डर का माहौल बनाना, युवाओं को गुमराह करना और आतंकी विचारधारा को बढ़ावा देना होता है। हालांकि, भारत की मजबूत सुरक्षा व्यवस्था और सख्त आतंकवाद-रोधी नीति के सामने ऐसे बयान पूरी तरह निरर्थक साबित होते रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह वीडियो ऐसे समय में वायरल किया गया है जब भारत आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार कड़ा रुख अपनाए हुए है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र सहित कई वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा मजबूती से उठाया है, जिससे आतंकी संगठनों और उनके सरपरस्तों में बौखलाहट देखी जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियां सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की निगरानी कर रही हैं। साथ ही, ऐसे कंटेंट को फैलाने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि आतंकी संगठनों के भड़काऊ बयानों से आम जनता को सतर्क रहने की जरूरत है और किसी भी तरह के दुष्प्रचार का शिकार नहीं होना चाहिए।
सरकार और सुरक्षा विशेषज्ञों का स्पष्ट कहना है कि भारत आतंकवाद से निपटने में पूरी तरह सक्षम है और पहले भी ऐसे कई संगठनों की साजिशों को नाकाम किया जा चुका है। आतंकी कमांडरों के बयान केवल उनकी हताशा और निराशा को दर्शाते हैं, जिनका जमीनी हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है।


