Draft Voter List नई दिल्ली। भारतीय चुनाव आयोग मंगलवार को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन–SIR) अभियान के बाद तैयार की गई ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी करने जा रहा है। यह अभियान डेढ़ महीने से अधिक समय तक चला, जिसमें मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए घर-घर सत्यापन, दस्तावेजों की जांच और ऑनलाइन-ऑफलाइन दावों व आपत्तियों का निपटारा किया गया।
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मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन कार्यालय से जुड़े आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, शुरुआती आकलन में सामने आया है कि एसआईआर अभियान के बाद प्रदेश में लगभग 41.8 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा सकते हैं। यह संख्या राज्य के कुल मतदाताओं का करीब 7.2 प्रतिशत बताई जा रही है। हटाए जाने वाले नामों में मृत मतदाता, स्थायी रूप से स्थानांतरित हो चुके लोग, दोहरे पंजीकरण और अपात्र पाए गए मतदाता शामिल हो सकते हैं।
चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि ड्राफ्ट सूची जारी होने के बाद मतदाताओं को अपने नाम, पता, आयु और अन्य विवरणों की जांच का अवसर मिलेगा। यदि किसी मतदाता का नाम गलती से हट गया है या विवरण में त्रुटि है, तो वह तय समय-सीमा के भीतर दावा (क्लेम) या आपत्ति (ऑब्जेक्शन) दर्ज करा सकता है। इसके लिए निर्वाचन कार्यालयों, बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और ऑनलाइन पोर्टल की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
छत्तीसगढ़, केरल और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में भी एसआईआर अभियान के दौरान मतदाता सूची को अद्यतन करने पर विशेष जोर दिया गया है। इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में भी बड़ी संख्या में नए मतदाताओं के नाम जोड़े गए हैं, वहीं अपात्र और निष्क्रिय मतदाताओं के नाम हटाने की प्रक्रिया अपनाई गई है। चुनाव आयोग का मानना है कि इससे मतदाता सूची अधिक पारदर्शी, सटीक और भरोसेमंद बनेगी।


