नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकवाद पर कड़ा रुख अपनाते हुए आतंकियों को करारा जवाब दिया है। राजस्थान के जोधपुर में आदर्श रक्षा एवं खेल अकादमी के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले में आतंकियों ने लोगों को धर्म पूछकर मारा था, जबकि भारतीय सैनिकों ने आतंकियों का सफाया उनके कर्मों के आधार पर किया।
रक्षा मंत्री ने साफ शब्दों में कहा, “हमारे सैनिक कभी किसी का धर्म नहीं देखते। आतंकियों को सिर्फ उनके कुकर्मों की सजा मिलती है। आतंकवादी चाहे किसी भी मजहब या जाति का हो, भारत उसकी पहचान उसके अपराधों से करता है।”
उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए देशभक्ति, अनुशासन और साहस की भावना को आत्मसात करने का आह्वान किया। साथ ही, उन्होंने कहा कि भारत किसी भी कीमत पर आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और सेना हर मोर्चे पर देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस मौके पर रक्षा मंत्री ने खेल और रक्षा प्रशिक्षण के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि यह अकादमी आने वाले समय में राष्ट्र की सेवा करने वाले प्रतिभाशाली युवाओं को तैयार करेगी।