Chinese Manja Ban Raipur : रायपुर, 28 दिसंबर 2025: राजधानी रायपुर में प्रतिबंधित चाइनीज मांझे के खिलाफ प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिला कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, नगर निगम आयुक्त विश्वदीप, और एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह के सख्त निर्देशों के बाद, नगर निगम और पर्यावरण संरक्षण मंडल की संयुक्त टीम ने गोलबाजार इलाके में औचक निरीक्षण कर अवैध मांझा जब्त किया है।
इन दुकानों पर हुई छापेमारी और जब्ती
नगर निगम जोन 4 के कमिश्नर अरुण ध्रुव के नेतृत्व में चली इस कार्रवाई के दौरान टीम ने गोलबाजार और बूढ़ातालाब क्षेत्र की प्रमुख पतंग दुकानों की जांच की। इस दौरान निम्नलिखित दुकानों से प्रतिबंधित नायलॉन (चाइनीज) मांझा बरामद हुआ:
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सिटी पतंग भंडार (बूढ़ातालाब): 2 किलो मांझा जब्त।
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मोती पतंग भंडार (बूढ़ातालाब): 1 किलो मांझा जब्त।
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संजय पतंग भंडार (सदर बाजार): 1.5 किलो मांझा जब्त।
इसके अलावा, संगम काइट सेंटर (गोलबाजार) का भी निरीक्षण किया गया। टीम में उप अभियंता हिमांशु चंद्राकर, फायरमैन जितेंद्र यादव, अनिल मांडगे और सुपरवाइजर सुनील क्षत्री सहित छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारी शामिल थे।
सख्त चेतावनी: दुकान होगी सील, दर्ज होगा मुकदमा
प्रशासन ने सभी दुकान संचालकों को कड़े लहजे में चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में दोबारा प्रतिबंधित मांझा पाया गया, तो दुकानों को सील करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
“चाइनीज मांझा न केवल पक्षियों बल्कि आम नागरिकों के लिए भी जानलेवा है। हम शहर में इसकी बिक्री को पूरी तरह रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं और यह अभियान लगातार जारी रहेगा।”
चाइनीज मांझा क्यों है खतरनाक?
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अत्यधिक मजबूती: यह नायलॉन और कांच की कोटिंग से बना होता है, जो आसानी से नहीं टूटता।
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जानलेवा चोटें: दुपहिया वाहन चालकों के गले और शरीर पर इसके फंसने से घातक घाव हो जाते हैं।
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पक्षियों का दुश्मन: आसमान में उड़ते पक्षी अक्सर इसमें फंसकर अपनी जान गंवा देते हैं।
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विद्युत खतरा: धात्विक पाउडर की कोटिंग होने के कारण यह बिजली के तारों के संपर्क में आने पर करंट का कारण बन सकता है।


