रायपुर- राजधानी रायपुर के बैजनाथपारा निवासी मौलाना अशरफ ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक ऐसा कदम उठाया, जिसने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा छेड़ दी है। मौलाना अशरफ ने सऊदी अरब के पवित्र स्थलों मक्का-मदीना में भारत का तिरंगा फहराया और इसकी तस्वीरें व वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए। उन्होंने अपने पोस्ट में सीधे-सीधे छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष को चुनौती दी। मौलाना ने लिखा, “आप मस्जिद में तिरंगा झंडा फहराने की बात करते हैं? हमने उम्मुल मसाजिद में अपने मुल्क का झंडा बुलंद किया है… अब नाम के मुस्लिम संतरों को चाहिए कि अपनी देशभक्ति पेश करें।”
इस बयान के साथ मौलाना अशरफ ने तिरंगे को लेकर समुदाय के भीतर देशभक्ति की भावना को खुलकर व्यक्त करने की अपील की। उनका यह कदम न केवल रायपुर बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। समर्थकों ने इसे देशप्रेम की मिसाल बताया, वहीं कुछ लोगों ने धार्मिक स्थलों में राष्ट्रीय झंडा फहराने पर सवाल भी उठाए। जानकारों का कहना है कि मक्का-मदीना में इस तरह तिरंगा फहराना भारतीय मुसलमानों की एकजुटता और देशप्रेम का सशक्त संदेश है। मौलाना अशरफ का यह साहसिक कदम आने वाले समय में राजनीतिक और धार्मिक दोनों ही हलकों में बहस का कारण बन सकता है। सोशल मीडिया पर मौलाना की इस पोस्ट को सैकड़ों लोगों ने शेयर और कमेंट किया है। कई यूजर्स ने उन्हें सलाम किया, जबकि कुछ ने इसे विवादास्पद करार दिया। बावजूद इसके, मौलाना अशरफ अपने बयान पर अडिग हैं और कहते हैं कि तिरंगा हर भारतीय के दिल में और हर जगह बुलंद रहना चाहिए।