नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हाल ही में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ जारी आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया था। इस हिंसा में हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया था और जमकर हिंसा और आगजनी की गई थी। इस हिंसा में कई लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल भी हुए थे जिसके बाद मुर्शिदाबाद से बड़ी संख्या में परिवारों ने पलायन भी शुरू कर दिया था। अब इस हिंसा को लेकर खुफिया रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ था। रिपोर्ट के मुताबिक, मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में बांग्लादेशी आतंकी शामिल थे।
खुफिया रिपोर्ट में क्या सामने आया?
PTI के मुताबिक, सूत्रों ने खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए जानकारी दी है कि बांग्लादेश में स्थित दो कट्टरपंथी या आतंकी संगठनों जमात-उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) के सदस्य कथित तौर पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में शामिल थे। सूत्रों ने इस खुफिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए दावा किया है कि मुर्शिदाबाद में ये हिंसा बांग्लादेशी बदमाशों द्वारा की गई थी और इन्हें कथित तौर पर एक राजनीतिक पार्टी के लोकल नेताओं की मदद मिली थी।
जानें JMB और ABT के बारे में
जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश से संचालित होने वाले एक प्रतिबंधित आतंकवादी समूह है। ये संगठन लश्कर-ए-तैयबा, हरकत-उल-जिहाद-अल-इस्लामी और ISIS के साथ भी संबंध रखता है। इस संगठन पर सैकड़ों बम विस्फोट करने का आरोप है। जमात-उल-मुजाहिदीन को बांग्लादेश की सरकार द्वारा साल 2005 में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था। भारत में भी जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश या जमात-उल-मुजाहिदीन इंडिया या जमात-उल-मुजाहिदीन हिंदुस्तान और इसके सभी संगठन प्रतिबंधित हैं। वहीं, अंसारुल्लाह बांग्ला टीम भी बांग्लादेश से संचालित एक आतंकवादी संगठन है। साल 2013 से 2015 के बीच इस संगठन ने कई नास्तिक ब्लॉगर्स पर हमला किया और हत्याएं की। भारत में भी इस आतंकी संगठन के कई सदस्य पकड़े गए हैं।
मुर्शिदाबाद की स्थिति पर गृह मंत्रालय की नजर
बीते शुक्रवार और शनिवार को मुर्शिदाबाद के सुती, धुलियान और जंगीपुर समेत कई इलाकों में हिंसा हुई थी जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हुई थी। जंगीपुर, धुलियान, सुती और शमशेरगंज में बड़ी संख्या में BSF, CRPF, राज्य पुलिस और RAF के जवानों को तैनात किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, इलाके में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय भी मुर्शिदाबाद की स्थिति पर नजर रख रहा है। BSF को भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है ताकि बंगाल में अवैध घुसपैठ न हो सके।