कई क्राइम आधारित फिल्मों में एक सीन होता है। किसी फिल्म में बदमाशों के बीच गैंगवार और हत्याकांड होता है। तो इसके बाद पुलिस खोज-खोजकर बदमाशों को पकड़ती है। रायपुर की पुलिस का वही रूप असल जिंदगी में देखने को मिल रहा है। बीते दो दिनों से रायपुर में हत्याकांड और चाकू बाजी की घटना से अफसर गुस्से में है। अब गुरुवार को शहर की गलियों घुसकर घरों से ढूंढ-ढूंढकर बदमाशों को निकाला गया।

दिन भर 100 से ज्यादा अफसर और पुलिस के जवान बदमाशों को पकड़ने में लगे रहे। दिनभर में इतने बदमाशों को पकड़ा गया कि थाले में इन्हें रखने की जगह ही नही थी। सिविल लाइंस थाने के बाहर इन बदमाशों को रखा गया। रस्स़ों से इन बदमाशों को घेरकर पुलिस के जवान खड़े थे। सड़क पर इन्हें लाया गया तो लगा किसी संगठन की बड़ी रैली या जुलूस निकला हो। थाने के बाद इन्हें अलग-अलग बसों के जरिए कोर्ट ले जाया गया वहां पेशी के बाद इन्हें जेल भेजा जाएगा।

सुबह 6 बजे से निकले अफसर
रायपुर के पुलिस अफसर थानों से टीमें लेकर सुबह 6 बजे से बदमाशों को पकड़ने निकल पड़े। गुण्डा बदमाश, निगरानी बदमाश, संदिग्ध व्यक्ति, असमाजिक तत्वों, सहित पुराने अपराधों में संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ एक्शन लेते हुए एक साथ करीब 160 लोगों को एक साथ पुलिस ने अरेस्ट किया। इस छापेमार कार्यवाही के दौरान कुल 60 आरोपियों से चाकू जप्त किया गया। 12 नाबालिग थे इनमें दो लड़कियां थीं। कुछ के पास से करीब 34 किलोग्राम गांजा मिला।


