केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय लोकतंत्र की मजबूती और इसकी अनूठी विशेषताओं पर प्रकाश डाला। गृहमंत्री ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां “एक बूंद खून बहाए बिना सत्ता परिवर्तन होता रहा है,” जो दुनिया के अन्य कई देशों में हिंसा और संघर्ष का वजह बन जाता है।
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लोकतंत्र की मजबूती पर जोर
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया में कई देशों में लोकतंत्र है, लेकिन भारतीय लोकतंत्र की जड़ें सबसे गहरी हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लोकतंत्र सिर्फ चुनाव तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और सभ्यता का हिस्सा है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सत्ता परिवर्तन हमारे देश में एक स्वाभाविक और शांतिपूर्ण प्रक्रिया है।
संसदीय प्रक्रिया और जनप्रतिनिधियों की भूमिका
गृहमंत्री ने कहा कि संसदीय प्रक्रिया में स्पीकर्स की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि स्पीकर्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चले और हर सदस्य को अपनी बात रखने का मौका मिले। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी आग्रह किया कि वे अपनी जिम्मेदारी को समझें और जनता के प्रति जवाबदेह रहें।
डिजिटल इंडिया और पारदर्शिता
अमित शाह ने देश में बढ़ते डिजिटलीकरण और पारदर्शिता की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि आज सरकार की हर योजना और हर कदम में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है, जिससे भ्रष्टाचार पर लगाम लग रही है। उन्होंने कहा कि भारत आज एक नए युग में प्रवेश कर रहा है, जहां हर नागरिक को समान अवसर मिल रहे हैं।