टेक्नोलॉजी सेक्टर के शीर्ष पर बैठे दिग्गज अब सिर्फ अपने बिजनेस की ही चिंता नहीं करते हैं, बल्कि अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर भी काफी ज्यादा सतर्क हो गए हैं। यही कारण है कि दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों के मालिक और सीईओ अपनी निजी सुरक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहे हैं।
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इन टेक महारथियों का मानना है कि उनकी कंपनियों का बढ़ता वैश्विक प्रभाव और सार्वजनिक तौर पर बढ़ती आलोचना उन्हें और उनके परिवार को संभावित खतरों के प्रति संवेदनशील बनाती है। यह ट्रेंड दर्शाता है कि अब सिर्फ बिजनेस की ग्रोथ ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत सुरक्षा भी उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक बन गई है।
इन सुरक्षा उपायों में सिर्फ बॉडीगार्ड्स या बुलेटप्रूफ गाड़ियां ही शामिल नहीं हैं, बल्कि इनके घरों की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक तकनीक, यात्रा के दौरान निजी सुरक्षा टीमें, और यहां तक कि ऑनलाइन खतरों को ट्रैक करने के लिए विशेष टीमें भी काम करती हैं। कई बार ये कंपनियां अपनी वार्षिकमें भी अपने शीर्ष अधिकारियों की सुरक्षा पर किए गए खर्च का खुलासा करती हैं।
यह बढ़ती चिंता इस बात का संकेत है कि जिस तरह से टेक्नोलॉजी कंपनियों का प्रभाव हमारे जीवन के हर पहलू में बढ़ रहा है, उसी तरह इन कंपनियों के मालिकों के लिए निजी सुरक्षा एक बड़ा और महंगा मुद्दा बनती जा रही है।