रूस में आए भूकंप के कारण दुनियाभर के कई देशों पर सुनामी का खतरा मंडराने लगा है। लोगों को 2011 में जापान की तबाही की याद आने लगी है। दरअसल, बुधवार को रूस के कामचटका में दुनिया का छठा सबसे बड़ा भूकंप आया। भारतीय समय के मुताबिक, सुबह 4:54 बजे 8.8 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप इतना तेज था तो सुनामी का खतरा बनने लगा। प्रशांत महासागर में रूस से सटे देशों में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। आइए जानते हैं उन देशों के बारे में जिनपर सुनामी का खतरा है।
सुनामी की लहरें शुरू हुईं
रूस में आए भूकंप के बाद सुनामी की स्ट्राइक शुरू हो गई है। जापान के अलावा अमेरिका, रूस में सुनामी की लहरें पहुंचने लगी हैं। अमेरिका के तटीय राज्यों में भी सुनामी का खतरा समय के साथ बढ़ता जा रहा है। हवाई तट से सुनामी की लहरें टकराने लगी हैं। अभी लहरों की ऊंचाई भले ही कम हो लेकिन ये आने वाले बड़े खतरे की तरफ इशारा कर रहीं हैं। हवाई के तटीय इलाके को खाली करा दिया गया है।
कहां-कहां सुनामी का खतरा?
रूस, जापान, अमेरिका, कनाडा, इक्वाडोर, पेरू, मेक्सिको, न्यूजीलैंड, चीन, फिलीपींस, ताइवान, इंडोनेशिया में सुनामी के खतरा मंडरा रहा है। कोस्टल इलाकों से लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है। ताइवान, इंडोनेशिया में रूस में आए भूकंप से लोग दहशत में हैं क्योंकि यहां भी प्रशासन की तरफ से सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
अमेरिका में क्या हो सकता है असर?
अमेरिका में सुनामी का असर 10 करोड़ लोगों पर पड़ सकता है। सुनामी की दहशत अमेरिका के 9 राज्यों में है। हवाई की आबादी 15 लाख है तो अलास्का में साढ़े सात लाख लोग रहते हैं। सुनामी की लहरों का असर अमेरिका के सबसे बड़े राज्य कैलिफोर्निया पर भी देखने को मिल सकता है। कैलिफ़ोर्निया की कुल आबादी 3.90 करोड़ है। इसी तरह वाशिंगटन, ऑरेगोन, टेक्सस , न्यू मैक्सिको, एरिज़ोना और लुसियाना में भी सुनामी लहरों के कहर का खौफ है।
जापान में क्या है हाल?
जापान के तटीय इलाकों से सुनामी की लहरें टकरा रहीं हैं। प्रशांत महासागर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं जिसके बाद जापान के कोस्टल एरियाज को खाली करवाया जा रहा है। 20 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर भी दिया गया है। जापान के मौसम विभाग ने ईस्टर्न कोस्ट के लिए सुनामी की वॉर्निंग जारी कर दी है। होक्काइडो से क्योशू तक के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है। लोगों से कोस्टल इलाके को खाली करने और समंदर से दूर रहने को कहा गया है।