सुनीता विलियम्स और उनके दल ने निर्धारित समय के अनुसार सुरक्षित लैंडिंग की। जैसे ही उन्होंने धरती की सतह को छुआ, उनके चेहरे पर मुस्कान थी, जो उनकी दृढ़ता और आत्मविश्वास को दर्शाती थी।
9 महीने का ऐतिहासिक सफर
इस दौरान, उन्होंने अंतरिक्ष में कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रयोगों और अनुसंधानों में भाग लिया। उनकी इस यात्रा को अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। उनकी वापसी पर नासा और अन्य वैज्ञानिक संस्थानों ने उनके योगदान की सराहना की। भारत में भी उनके प्रशंसक और परिजन इस गौरवपूर्ण क्षण का जश्न मना रहे हैं।