खैरागढ़ खैरागढ़ उप चुनाव में स्टार प्रचारक या कि कांग्रेस के प्रचार का चेहरा बने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यह मानते हैं कि ज़िले की घोषणा ट्रंप कार्ड है।वहीं राम और राम के प्रतीकों कौशल्या मंदिर या कि शिवरीनारायण के पुनर्निर्माण के संकल्प के साथ साथ राम कथा के आयोजन की वजह से आए सवाल पर भी उनकी दो टूक है कि राम हमारे लिए वोट का माध्यम नहीं है।
“राम का मुद्दा भाजपा या किसी के लिए वोट का मुद्दा होगा, हमारे लिए हमारे संस्कृति का विषय है।राम हमारे परिवार हैं..छत्तीसगढ़ की माटी का सदियों पुराना रिश्ता है राम से..हम अपनी संस्कृति के वैभव को फिर से स्थापित करेंगे ही..”
मुख्यमंत्री बघेल से सवाल हुआ था कि क्या राम और राम कथा मंदिरों के पुनरुद्धार जैसे विषय सॉफ़्ट हिंदुत्व की ओर कांग्रेस का बढ़ना है।
खैरागढ़ को ज़िला बनाए जाने का ऐलान को मुख्यमंत्री बघेल इलाक़े की बरसों पुरानी माँग बताते हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा
“ज़िला की माँग कोई आज की नहीं है, रमन सरकार पंद्रह बरसों में नहीं बना पाई, हम बनाएँगे, और यदि यह हम कह रहे हैं तो इसमें किसी को परेशानी क्यों.. पंद्रह बरस भाजपा की सरकार थी उन्हें बना लेना था..क्यों नहीं बनाए”