भारतीय जनता पार्टी से कांग्रेस में गए नेता नंदकुमार साय मंगलवार को अपने घर लौटे। रविवार से ही वह घर पर नहीं थे, अपना इस्तीफा पार्टी से दिया। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता उन्हें खोजने लगे । मगर नंदकुमार किसी से नहीं मिले।
2 महीने पहले ही नंदकुमार साय एक संकल्प का हिस्सा थे जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस को हराने के बाद ही बाल कटवाएंगे। अब पार्टी बदल चुकी है और कसम से भी नंदकुमार साय ने पल्ला झाड़ लिया है। इस्तीफे के बाद साय ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की और अपने सियासी सफर से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी दी।

आपको भाजपा नेता ढूंढ रहे थे आप घर पर नहीं मिले, कहां थे ?
इस्तीफा देने के बाद कुछ भी परिस्थिति बन सकती थी। कई तरह की बातें हो सकती थीं। इस वजह से सुरक्षा को ध्यान में रखकर हम एक जगह थे। क्या आप रिसोर्ट में थे, यह पूछने पर नंदकुमार बात टालते रहे । सूत्रों के हवाले से खबर है कि उन्हें नवा रायपुर के एक आलीशान रिसोर्ट में 2 दिनों तक रखा गया था। रविवार शाम इस्तीफा आने के बाद ढाई घंटे तक भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, संगठन के अन्य नेता नंदकुमार साय रायपुर स्थित घर में बैठे रहे, मगर तब साय ने किसी से बात नहीं की, रिसोर्ट में ही रहे।

आपकी बाल कटाने वाली कसम का क्या होगा ?
इसी साल 15 मार्च के दिन मोर आवास मोर अधिकार रैली के दौरान मंच से पूर्व सांसद रामविचार नेताम ने नंदकुमार साय को साथ खड़ा करके कह दिया कि नंदकुमार साय तब तक बाल नहीं कटवाएंगे जब तक कांग्रेस की सरकार को उखाड़ नहीं फेंकते । हाथ हिलाकर नंदकुमार साय भी इस बात का समर्थन करते दिखे। भीड़ ने जोरदार ताली बजाकर नंदकुमार साय कि इस संकल्प को सराहा।
मगर अब 2 मई को दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कसम के दावे से साय ने हाथ खींच लिया। उन्होंने कहा कि मैंने कुछ भी नहीं कहा था, मेरे बदले रामविचार नेताम ने सारी बातें कह दी अब यदि उन्हें दांव लगाना था तो अपनी चीजों पर लगाते। मेरी चीज पर आखिर कैसे दांव लगाया। मैंने इस पर कुछ नहीं कहा था अब क्योंकि वहां इतनी भीड़ थी और मंच से बात कही गई तो मैंने कुछ नहीं कहा था।


