तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस ने 66.9 करोड़ लोगों और कंपनियों का डेटा चोरी करने वाले को शनिवार को अरेस्ट किया गया है। इसे अब तक की सबसे बड़ी डेटा चोरी बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक, देश के 24 राज्यों और 8 बड़े शहरों में ये डेटा चोरी की गई है।
आरोपी का नाम विनय भारद्वाज है। वह हरियाणा के फरीदाबाद से InspireWebz वेबसाइट के जरिए ऑपरेट कर रहा था। वह क्लाउड ड्राइव लिंक के जरिए चुराया गया डेटा क्लाइंट्स को बेच रहा था। पुलिस ने 2 मोबाइल फोन और 2 लैपटॉप जब्त किए हैं।

किन लोगों और कंपनियों का डेटा चोरी हुआ?
– पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास बायजूस और वेदांतू के स्टूडेंट, 1.84 लाख कैब यूजर्स, 4.5 लाख सैलरीड इम्प्लॉई का डेटा मिला।
– GST और RTO जैसी बड़ी ऑर्गनाइजेशंस के अलावा अमेजन, नेटफ्लिक्स, यूट्यूब, पेटीएम, फोनपे, बिग बास्केट, बुक माई शो, इंस्टाग्राम, जोमैटो, पॉलिसी बाजार जैसी कंपनियों का डेटा भी मिला है।
– सरकारी अफसरों और सेना के अधिकारियों, पैन कार्ड होल्डर्स, 9वीं-10वीं, 11वीं-12वीं के छात्रों, सीनियर सिटिजंस, दिल्ली इलेक्ट्रिसिटी कंज्यूमर्स, D-MAT अकाउंट वाले लोगों के अलावा कई लोगों के मोबाइल नंबर्स भी आरोपी के पास मिले हैं।
– NEET स्टूडेंट, ज्यादा नेटवर्थ वाले लोग, इंश्योरेंस होल्डर, डेिबट और क्रेडिट कार्ड होल्डर्स का डेटा भी चुराया गया।
किस तरह का डेटा चोरी किया गया?
पुलिस ने बताया कि NEET स्टूडेंट के पिता का नाम, मोबाइल नंबर, पता जैसा डेटा चोरी किया गया। PAN कार्ड होल्डर्स का जो डेटा चोरी किया गया, उसमें इनकम, ई-मेल आईडी, फोन नंबर जैसी इन्फर्मेशन है। सरकारी अधिकारियों का नाम, मोबाइल नंबर, कैटेगिरी, डेट ऑफ बर्थ जैसा डेटा चोरी किया गया।


