Sunday, July 27, 2025

छत्तीसगढ़ में 3 दिन में 3700 मुर्गियों की मौत:बर्ड फ्लू की आशंका, जांच के लिए सैंपल भेजे गए; अब बिक्री पर रोक

छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू की आशंका मंडराने लगी है। बालोद जिले के दल्लीराजहरा स्थित वार्ड-16 के तिवारी पोल्ट्री फार्म में 3 दिन में 3 हजार 700 मुर्गियों की मौत से लोगों में दहशत है। इसे लेकर वन विभाग भी अलर्ट हो गया है। सूचना मिलते ही पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मृत मुर्गियों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। जांच के लिए सैंपल रायपुर भेजे गए हैं।

बड़ी तादाद में मुर्गियों की मौत को लेकर किसी बड़ी बीमारी की आशंका भी जताई जा रही है। वहीं बर्ड फ्लू को लेकर भी विभाग चिंतित नजर आ रहा है। पिछले साल भी बालोद जिले में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी थी। कुसुमकसा क्षेत्र के मुर्गी फार्म में सैकड़ों मुर्गियों की मौतें हुई थीं। अब 3700 मुर्गियों की मौत होने के बाद वन विभाग ने यहां मुर्गियों की बिक्री पर रोक लगा दी है। विभाग ने आसपास के क्षेत्रों में भी मुर्गियों पर विशेष ध्यान रखने की बात कही है।

मुर्गियों का सैंपल कलेक्ट करते स्वास्थ्यकर्मी।
मुर्गियों का सैंपल कलेक्ट करते स्वास्थ्यकर्मी।

दल्लीराजहरा नगरपालिका क्षेत्र में तिवारी पोल्ट्री फार्म में 3700 मुर्गियों की मौत के बाद बिना पशु विभाग को जानकारी दिए इन्हें दफना दिया गया था। इसकी खबर जैसे ही मीडियाकर्मियों को मिली, तो वे वहां पहुंचे। तब जाकर मामला उजागर हुआ। इसके बाद पोल्ट्री फार्म में पशु विभाग, पुलिस और नगर पालिका की टीम पहुंची। पोल्ट्री फॉर्म से जांच के लिए जिंदा मुर्गियों के ब्लड सैम्पल लिए गए। पशु विभाग के उप संचालक डीके सिहारे ने मुर्गियों की हुई मौत पर लैब रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहने की बात कही है।

पशुपालन विभाग के उपसंचालक डीके सिहारे ने बताया कि जिस तरह से मुर्गियों की एक साथ मौत हुई है, उसे देखते हुए शवों का पोस्टमॉर्टम कराने के साथ ही सैंपल लैब में भी जांच के लिए भेजे गए हैं, ताकि बर्ड फ्लू की पुष्टि हो सके। बालोद जिले में मुर्गियों की मौत के मामले में अंदेशा ये लगाया जा रहा है कि वैक्सीन में कुछ प्रॉब्लम हो सकती है या किसी इन्फेक्शन के कारण भी उनकी जान जा सकती है।

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