उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा 3 जनवरी से शुरू होनी है। इससे ठीक एक दिन पहले राहुल गांधी ने कमल हासन के साथ भारतीय राजनीति और संस्कृति पर चर्चा की। राहुल ने इस चर्चा की क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा है कि वे नहीं मानते कि पश्चिमी देश चाइना को मात दे सकते हैं, ये काम सिर्फ भारत कर सकता है।
चर्चा में चीन-खेती और राजनीति भी
यह खास बातचीत शुरू करने के साथ राहुल ने कमल से कहा- मैं यह जानने के लिए बेकरार हूं कि देश में जो चल रहा है आप उस बारे में क्या सोचते हैं। इस पर कमल हासन ने सत्तारूढ़ भाजपा पर एक मौन कटाक्ष करते हुए कहा- “मुझे लगा कि आज जो हो रहा है, उसके बारे में बोलना मेरा फर्ज है। यह 2,800 किमी कुछ भी नहीं है, आप खून-पसीने से तरबतर रास्ते पर चलें हैं।”
करीब चार साल पहले राजनीति में कदम रखने वाले 68 साल के नेता-अभिनेता ने भारत के पहले प्रधानमंत्री और जवाहरलाल नेहरू का भी जिक्र किया।
यूक्रेन से की देश की तुलना
राहुल ने भारत-चीन के रिश्तों की तुलना रूस-यूक्रेन से करते हुए कहा- जो यूक्रेन में हुआ।उसे दुनिया ने देखा। रूस ने कहा था- हम नहीं चाहते यूक्रेन के पश्चिमी देशों से गहरे संबंध हों। अगर ऐसा हुआ तो हम आपकी जियोग्राफी बदल देंगे। ठीक वैसा ही सिद्धांत हम भारत के साथ देख सकते हैं। चाइना जानता है हम अंदरूनी परेशानियों से जूझ रहे हैं। इसलिए वो वही कर रहा है जो वह चाहता है।
चीन ने हमसे कह रहा है- हम जो कर रहे हैं उसमें सावधानी रखें। नहीं तो हम आपकी जियोग्राफी बदल देंगे। हम लद्दाख, अरुणाचल में आएंगे। राहुल ने कहा- एक भारतीय होने के नाते मैं यही देख रहा हूं कि चीन रूस की तरह ही एक बेस तैयार कर रहा है। इसलिए मैं अपने देश को सतर्क करना चाहूंगा।



