महीनेभर से युद्धाभ्यास कर रहीं रूस की सेनाओं ने अब परमाणु अभ्यास भी शुरू कर दिया है। रूस ने यह अभ्यास देश के बाहर सैन्य बल प्रयोग करने की अनुमति मिलने के बाद शुरू किया है। संसद के ऊपरी सदन की मंजूरी के बाद रूस के लिए यूक्रेन पर हमले का रास्ता साफ हो गया है।
रूस ने कहा कि युद्धपोत, पनडुब्बियां और फाइटर जेट्स अभ्यास कर रहे हैं। इसके पहले रूस ने अमेरिका-यूरोप की धमकियों को दरकिनार करते हुए यूक्रेन के दो प्रांतों को आजाद देश घोषित किया था। अपनी सेना को भी इस इलाके में तैनात कर दिया है। रूसी सेना के सैकड़ों ट्रक का काफिला यूक्रेन बॉर्डर की तरफ जाता हुआ दिखाई दिया। यह काफिला रूसी शहर बेलगोरोड से होते हुए यूक्रेन बॉर्डर की नजदीक जा रहा है।
एक्शन में अमेरिका
इस कार्रवाई के बाद अमेरिका ने एक्शन लेते हुए एस्टोनिया, लातविया और लिथुआनिया में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का ऐलान किया है। वहीं हंगरी ने भी घोषणा की है कि वो यूक्रेन से लगी बॉर्डर पर सैनिकों की तैनाती करेगा।
हमला सिर्फ हमला होता है
दोनों देशों के बीच लगभग युद्ध का आगाज हो चुका है. रूस ने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। सैन्य अभ्यास भी जारी है। इस पर यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने साफ लहजे में कहा, छोटे बड़े हमले जैसा कुछ नहीं होता है। हमला सिर्फ हमला है। हम प्लान A के तहत हर तरह के डिप्लोमैटिक टूल का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके बाद प्लान B में अपने हर शहर, हर गांव और एक एक इंच जमीन के लिए तब तक लड़ेंगे, जब तक जीत नहीं जाते।