कोरबा । कोयला अधिकारियों को इस बार परफार्मेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) का भुगतान कर दिया गया है, पर इस बार एसईसीएल के अधिकारियों को नुकसान उठाना पड़ा है। पुअर रेटिंग आने की वजह से अधिकारियों को पिछली बार की अपेक्षा 50 फीसद राशि ही पीआरपी के रुप में मिली।
साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस (लिमिटेड) एसईसीएल में लगभग 2700 अधिकारी विभिन्ना पदों पर कार्यरत हैं। इन अधिकारियों को कंपनी के परफार्मेंस के आधार पर पीआरपी का भुगतान किया जाता है। वर्तमान में वित्तीय वर्ष 2019-20 के परफार्मेंस के आधार कर गणना कर पीआरपी का निर्धारण किया गया। एसईसीएल का परफार्मेंस पिछले तीन साल से लगातार नीचे है और कंपनी अपने लक्ष्?य के मुताबिक कोयला उत्पादन नहीं कर सकी। इससे कंपनी की रेटिंग पुअर, स्कोर में कमी व प्राफिट में गिरावट आ गई। इसका खामियाजा कोयला अधिकारियों को उठाना पड़ रहा है। कोयला अधिकारियों को कहना है कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में जितना पीआरपी मिला था, उसमें 50 फीसद कटौती होकर इस बार राशि प्रदान की गई है। कोल इंडिया मुख्यालय से पीआरपी भुगतान आदेश जारी होने के साथ ही एसईसीएल के सभी क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों के पीआरपी की गणना करना शुरू हो गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि न्यूनतम 65 हजार रुपये तो अधिकतम दो लाख रूपये पीआरपी मिला है। मंगलवार को सभी अधिकारियों के खाते में राशि समाहित कर दी गई। कम राशि मिलने से अधिकारियों में मायूसी छा गई है।महाप्रबंधक स्तर के अधिकारी को नहीं मिली राशि पीआरपी का भुगतान सीएमडी स्तर से लेकर सबसे निचले क्रम इ-वन के अधिकारियों तक प्रदान किया जाता है। बताया जा रहा है कि वर्तमान में इ-वन से इ-सेवन ग्रेड में पदस्थ उप महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियो को ही पीआरपी प्रदान किया गया। महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों को फिलहाल भुगतान नहीं किया गया है। इसकी वजह महाप्रबंधकों का अभी तक चरित्र प्रमाण पत्र (सीआर) तैयार नहीं हो सका है। संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही सीआर तैयार करने के बाद महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों को राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।

कोयला अधिकारियों के खातों में पहुंची पीआरपी, पुअर रेटिंग के कारण 50 फीसदी राशि ही मिली
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