Kanker Violence , कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के आमाबेड़ा क्षेत्र में शव दफनाने को लेकर शुरू हुआ विवाद गुरुवार को हिंसक झड़प में बदल गया। बड़े तेवड़ा गांव में आदिवासी समाज और धर्मांतरित ईसाई समुदाय के बीच हुए टकराव में हालात इतने बिगड़ गए कि दो चर्चों में आग लगा दी गई, सरपंच के घर में तोड़फोड़ हुई और पुलिस पर भी हमला किया गया। हिंसा में एडिशनल एसपी (ASP) सहित करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, बड़े तेवड़ा गांव में एक व्यक्ति के शव को दफनाने के स्थान को लेकर दोनों समुदायों के बीच पहले से तनाव चल रहा था। गुरुवार को इसी मुद्दे पर कहासुनी बढ़ते-बढ़ते हिंसक झड़प में तब्दील हो गई। आरोप है कि पहले आदिवासी समाज के लोगों ने ईसाई समुदाय के लोगों को डंडों से मारते हुए गांव से खदेड़ा। इसके जवाब में धर्मांतरित समुदाय के लोगों ने भी आदिवासी समाज के लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
झड़प के बाद माहौल और ज्यादा तनावपूर्ण हो गया। गुस्साए आदिवासी समाज के लोगों ने गांव के सरपंच के घर में जमकर तोड़फोड़ की और गांव स्थित चर्च में आग लगा दी। घटना की खबर फैलते ही आसपास के गांवों से भी लोग जुटने लगे। देखते ही देखते करीब तीन हजार से अधिक लोगों की भीड़ आमाबेड़ा पहुंच गई।
भीड़ ने आमाबेड़ा में स्थित एक अन्य चर्च को भी आग के हवाले कर दिया। इसके बाद उपद्रवी तीसरे चर्च की ओर बढ़ने लगे। हालात बेकाबू होते देख प्रशासन ने तत्काल अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान पथराव और धक्का-मुक्की में ASP समेत करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। फिलहाल इलाके में धारा 144 जैसी प्रतिबंधात्मक कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है।


