CG Breaking , बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सरकंडा क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में सर्जरी के दौरान गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। मार्क हॉस्पिटल में पित्त की थैली (गॉल ब्लैडर) के ऑपरेशन के दौरान सर्जन द्वारा लगाया गया स्टेंट (पाइप) गलत जगह खिसक जाने से मरीज की जान पर बन आई। ऑपरेशन के बाद मरीज की तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई, जिसके बाद परिजनों को लापरवाही का अंदेशा हुआ।
पीड़िता स्वाति सिंह राजपूत, निवासी कलेक्टर कॉलोनी, कोरबा ने इस मामले को लेकर प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सर्जरी के दौरान डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन की भारी लापरवाही के कारण उन्हें गंभीर शारीरिक कष्ट झेलना पड़ रहा है। पीड़िता ने बिलासपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
पीड़िता के अनुसार, गॉल ब्लैडर की सर्जरी के बाद उन्हें लगातार तेज दर्द, उल्टी और पेट में असहनीय तकलीफ होने लगी। जांच कराने पर पता चला कि ऑपरेशन के दौरान लगाया गया स्टेंट अपनी निर्धारित जगह पर न होकर अंदर खिसक गया है, जिससे आंतरिक अंगों को नुकसान पहुंचने की आशंका बनी हुई है। स्थिति बिगड़ने पर मरीज को दोबारा इलाज और अतिरिक्त जांच से गुजरना पड़ा, जिससे मानसिक और आर्थिक दोनों तरह की परेशानी बढ़ गई।
स्वाति सिंह राजपूत का आरोप है कि ऑपरेशन से पहले न तो उन्हें संभावित जोखिमों की पूरी जानकारी दी गई और न ही सर्जरी के बाद उचित निगरानी रखी गई। जब तबीयत बिगड़ने की शिकायत की गई तो अस्पताल प्रबंधन ने शुरुआत में मामले को गंभीरता से नहीं लिया। बाद में स्थिति बिगड़ने पर लापरवाही उजागर हुई। मामले के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। पीड़िता ने मांग की है |


