मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटिल ने मंगलवार को अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी। उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी सभी मांगें मान ली हैं और यह मराठा समाज की जीत है। जरांगे ने हजारों समर्थकों के बीच अनशन तोड़ते हुए घोषणा की, “हम जीत गए। सरकार ने हमारी मांगें स्वीकार कर ली हैं। अब हम शांतिपूर्वक घर लौटेंगे।” हालांकि, इस बीच बॉम्बे हाईकोर्ट में मराठा आरक्षण के मुद्दे पर कल यानी बुधवार को भी सुनवाई जारी रहेगी।
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दूसरी ओर, राजनीतिक गलियारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक भावनात्मक बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। बिहार के एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष ने उनकी दिवंगत मां को गाली देकर देश की हर मां का अपमान किया है। प्रधानमंत्री को इस दौरान भावुक होते देख बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सहित कई नेता रो पड़े।
पीएम मोदी ने कहा, “मेरी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर भी उनका अपमान किया गया। यह सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं, बल्कि भारत की हर मां का अपमान है।” उन्होंने आगे कहा कि बिहार की जनता इस अपमान का जवाब जरूर देगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री का यह बयान आगामी चुनावों में विपक्ष पर दबाव बनाने और भावनात्मक लहर पैदा करने का प्रयास है।


