‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने आज संसद से लेकर चुनाव आयोग मुख्यालय तक एक बड़ा पैदल मार्च निकाला। इस मार्च में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, सपा प्रमुख अखिलेश यादव सहित कई दिग्गज नेता और सैकड़ों सांसद शामिल थे।
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हालांकि, यह मार्च ज्यादा दूर तक नहीं जा सका। रास्ते में दिल्ली पुलिस ने बिना अनुमति के मार्च निकालने का हवाला देते हुए बैरिकेडिंग कर दी और प्रदर्शनकारियों को रोक दिया। इसके बाद सभी सांसद सड़क पर ही बैठ गए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।
परिस्थिति को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सख्त रुख अपनाया और राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव सहित कई सांसदों को हिरासत में ले लिया। पुलिस सभी नेताओं को वैन में बैठाकर ले गई।
इसी प्रदर्शन के दौरान, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा अचानक बेहोश हो गईं। यह घटना उस समय हुई जब वह पुलिस की बस में थीं। मौके पर मौजूद राहुल गांधी ने तुरंत उन्हें पानी पिलाया और उनकी मदद की।
इतना ही नहीं, पश्चिम बंगाल के आरामबाग से एक और सांसद मिताली बाग भी प्रदर्शन के दौरान बेहोश हो गईं। उन्हें सड़क पर ही लेटा दिया गया और साथी नेताओं ने उनके चेहरे पर पानी के छींटे मारे। बाद में, राहुल गांधी ने उन्हें सहारा देकर संभाला और ले गए। इस घटनाक्रम ने प्रदर्शन को और भी भावुक बना दिया।
इंडिया ब्लॉक के नेताओं का कहना है कि यह मार्च लोकतंत्र को बचाने के लिए था और वे चुनाव आयोग से अपनी मांगों को लेकर मुलाकात करना चाहते थे। दूसरी ओर, दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कार्रवाई की है। इस पूरे घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।