प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को भगवान महादेव के चरणों में समर्पित करते हुए इसे एक पूरा किया गया वादा बताया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की निर्मम हत्या के जवाब में चलाए गए इस ऑपरेशन को प्रधानमंत्री ने बेटियों के सिंदूर का बदला कहा।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, “यह हमला मेरे लिए बेहद दर्दनाक था। खासकर उन महिलाओं के लिए जिनके सुहाग उजड़ गए। मैंने वचन दिया था कि मैं उनकी मांग का सिंदूर नहीं मिटने दूंगा। महादेव की कृपा से वह वादा अब पूरा हुआ है।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “यह नया भारत है। यह नया भारत भोलेनाथ को भी पूजता है और देश के दुश्मनों के सामने काल भैरव भी बन जाता है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “शिव का एक रूप कल्याण है तो दूसरा रौद्र रूप है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत का यही रूप देखा है। भारत पर जो वार करेगा वह पाताल में भी नहीं बचेगा लेकिन दुर्भाग्य से ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर हमारे देश में कुछ लोगों के पेट में दर्द हो रहा है। कांग्रेस पार्टी और उनके चेले, दोस्त इस बात को पचा नहीं पा रहे कि भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया।”
विपक्ष पर खूब भड़के मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “पाकिस्तान का ये दुख कांग्रेस, सपा से सहन नहीं हो रहा है। उधर आतंक का आका रोता है, इधर कांग्रेस, सपा वाले आतंकियों की हालत को देखकर रोते हैं। कांग्रेस हमारी सेनाओं के पराक्रम का लगातार अपमान कर रही है। कांग्रेस ने ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा कहा है। क्या सिंदूर कभी भी तमाशा हो सकता है? वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति में समाजवादी पार्टी भी पीछे नहीं है, सपा के नेता संसद में कह रहे थे पहलगाम के आतंकवादियों को अभी क्यों मारा? यह वही लोग हैं जो उत्तर प्रदेश में जब सत्ता में थे तो आतंकियों को क्लीन चीट देते थे। इन्हें आतंकियों के मारे जाने, ऑपरेशन सिंदूर के नाम से भी परेशानी होती है।”
प्रधानमंत्री ने काशीवासियों को भोजपुरी में संबोधित करते हुए कहा, “हम काशी के हर परिवार-जन के प्रणाम करत हईं।” जिस पर भारी जनसमूह ने तालियों और जयकारों से उनका स्वागत किया।