रायपुर। छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा धरदेही में प्रदेश के पांचवे 400 केवी विद्युत उपकेंद्र की स्थापना का कार्य पूर्ण कर, प्रबंध निदेशक राजेश कुमार शुक्ला के हाथों ऊर्जीकृत कर दिया गया। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिये मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, प्रमुख सचिव तथा पारेषण कंपनी के अध्यक्ष सुबोध कुमार सिंह तथा ऊर्जा सचिव डॉ. रोहित यादव ने ट्रांसमिशन कंपनी को बधाई दी है। उल्लेखनीय है कि राज्य गठन के समय 400 केवी का सिर्फ एक उपकेंद्र था, अब इनकी संख्या 5 हो गई है ।
छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा 400 केवी क्षमता के अत्याधुनिक एवं उच्च तकनीक से सुसज्जित स्वचालित उपकेंद्र संचालन प्रणाली पर आधारित ग्रिड सबस्टेशन, धरदेही (बिलासपुर) जिला मुंगेली, में 26 जुलाई 2025 को ऊर्जीकृत किया गया। इस उपकेंद्र में स्थापित 400/220 केवी ट्रांसफॉर्मर की क्षमता 2×315 (630) एमवीए, 220/132 केवी ट्रांसफॉर्मर की क्षमता 2×160 (320) एमवीए तथा वोल्टेज नियंत्रक 400 केवी लाइन रिएक्टर की क्षमता 2×50 एमवीएआर है। प्रबंध निदेशक राजेश कुमार शुक्ला ने कहा कि यह परियोजना छत्तीसगढ़ राज्य की विद्युत क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और सशक्तीकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी।
यह उपकेंद्र प्रदेश के बिजली ढांचे को और अधिक सुदृढ़ एवं विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। इसके चार्ज होने से बिलासपुर, भाटापारा, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर-चांपा, अंबिकापुर, बलौदा बाज़ार एवं आसपास के क्षेत्रों को उच्च गुणवत्ता एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। साथ ही औद्योगिक इकाइयों, कृषि क्षेत्र एवं घरेलू उपभोक्ताओं को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा।
धरदेही ग्रिड सबस्टेशन का संचालन न केवल क्षेत्रीय ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड की 2×660 मेगावाट क्षमता वाली सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट परियोजना से उत्पादित विद्युत के सुरक्षित और कुशल ट्रांसमिशन हेतु एक केंद्रीय कड़ी के रूप में भी कार्य करेगा, साथ ही इस उपकेंद्र की सीधी कनेक्टिविटी पावरग्रिड के बिलासपुर स्थित 765 केवी सबस्टेशन से भी हो जाएगी। 400 केवी सबस्टेशन धरदेही राज्य के भविष्य की आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु केंद्रीय प्रणाली से आयातित करने की क्षमता (इम्पोर्ट एटीसी) में पर्याप्त वृद्धि सुनिश्चित करेगा। इस सबस्टेशन के माध्यम से विद्युत उत्पादन को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सुचारु रूप से प्रवाहित किया जाएगा, जिससे ग्रिड स्थिरता और ऊर्जा उपलब्धता दोनों को मजबूती मिलेगी।
इस उपकेंद्र का निर्माण निविदा प्रक्रिया से चयनित मेसर्स टेक्नो इलेक्ट्रिक कंपनी लिमिटेड कोलकाता के माध्यम से कराया गया। संबंधित 400 केवी लाइनों के निर्माण का कार्य मेसर्स एल एंड टी कम्पनी के द्वारा करवाया जा रहा है । इस परियोजना के तहत ऊर्जीकृत किए गए उपकेंद्र एवम् लाइनों के निर्माण की कुल लागत लगभग 176 करोड़ रुपये है।
इस अवसर पर सीएसपीटीसीएल एवं सीएसपीडीसीएल के कार्यपालक निदेशकगण के.एस.मनोठिया, श्रीमती ज्योति नन्नौरे, वी. के. दीक्षित, कल्पना घाटे, ए.के.अंबस्ट, मुख्य अभियंतागण संजय तिवारी, अब्राहम वर्गीज, अधीक्षण अभियंतागण वी.ए.देशमुख, करुणेश कुमार यादव, पुष्पा पिल्लई, पी.नेताम, वीबीएस कंवर, कार्यपालनगण अभियंता कंचन हिशीकर, मैरियन बारा, गणेश जायसवाल, एस.एस. घोष, जे.एल.उराव, यू.के.यादव, एच.के.देवांगन, जे.एल.साहू, सुधांशु त्रिपाठी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे ।