मौसम विभाग ने अगले सात दिन के लिए दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर के इलाकों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। देश के अधिकतर इलाकों में मानसून दस्तक दे चुका है, लेकिन राजस्थान के उत्तर पश्चिमी इलाके में मानसून का पहुंचना बाकी है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में मानसून देश के बचे हुए हिस्से को कवर कर लेगा। देश के कई राज्यों में पहले से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। हिमाचल में मानसून की शुरुआत से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 38 सड़कें भी बंद हैं।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में 30 जून को अत्यंत भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। इन जगहों के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
29 जून को कैसा रहेगा मौसम?
29 जून को हरियाणा, पंजाब, दिल्ली एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र के अधिकतर इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। वहीं, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां भारी बारिश की संभावना है। महाराष्ट्र में नागपुर और पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग के आसपास के इलाकों में मौसम सामान्य रहने के आसार हैं।
30 जून और 1 जुलाई को उत्तराखंड में रेड अलर्ट
उत्तराखंड में 30 जून और एक जुलाई के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। उत्तराखंड और यूपी के कुछ इलाकों में अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को तैयार रहने के लिए कहा है। इसके बाद 2 और 3 जुलाई को मध्य प्रदेश, ओडिशा सहित मध्य भारत में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, इसके बाद अधिकतर हिस्सों में मौसम सामान्य रह सकता है। मानसून के आगमन के कारण पूरे देश में सामान्य बारिश लगातार होती रहेगी, लेकिन 4-5 जुलाई को असामान्य बारिश की संभावना नहीं है।
हिमाचल में 17 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश में 20 जून को मानसून के आगमन के बाद बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 17 लोगों की मौत हो गई है जबकि चार अन्य लापता हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने कहा कि बारिश संबंधित घटनाओं में 17 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से सात की मौत अचानक आई बाढ़ में हुई, चार की डूबने से, दो-दो लोगों की मौत करंट लगने और ऊंचाई से गिरने से हुई। एक व्यक्ति की मौत सांप के काटने से और एक व्यक्ति की मौत अन्य कारण से हुई। शनिवार को पहाड़ी राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। बारिश संबंधी घटनाओं के कारण राज्य में 38 सड़कें बंद हैं। कुल्लू में 23, मंडी में नौ, ऊना में चार तथा लाहौल एवं स्पीति और सिरमौर जिलों में एक-एक सड़क बंद है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने रविवार और सोमवार को राज्य के 12 जिलों में से 4-6 जिलों के लिए भारी वर्षा का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है। राज्य के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन और सिरमौर जिलों में अलग-अलग स्थानों पर रविवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है जबकि बिलासपुर, शिमला, सोलन और सिरमौर में सोमवार को बारिश होने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने सोलन, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ के खतरा का भी अनुमान जताया है।
दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट जारी
आईएमडी ने हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान व्यक्त करते हुए दिल्ली के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली के पूर्वी, पश्चिमी, दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी इलाकों में बारिश दर्ज की गई। आईएमडी ने अपने नवीनतम पूर्वानुमान में कहा कि अगले कुछ घंटे में दिल्ली में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश और 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.8 डिग्री अधिक है। मौसम विभाग ने कहा कि अधिकतम तापमान के 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शनिवार सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 86 दर्ज किया गया, जो ‘‘संतोषजनक’’ श्रेणी में आता है।
आंध्र प्रदेश में अगले 3 दिनों तक आंधी-तूफान का अनुमान
आईएमडी ने अगले 3 दिनों तक आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में बिजली चमकने, तेज हवा चलने और गरज के साथ बारिश होने का अनुमान जताया है। आईएमडी के अनुसार, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवा चलने का अनुमान है। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, “अगले 3 दिनों के दौरान उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने तथा गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है।” प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि एक जुलाई तक मौसमी गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है, जिसमें तेज सतही हवाएं विशेष रूप से दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा को प्रभावित करेंगी। तटीय क्षेत्रों में भी कुछ समय के लिए तेज हवाएं चल सकती हैं।