रायपुर. रेलवे स्टेशन के आरक्षण केंद्र में लगी आग के मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. इस पूरे मामले में ऐसे कई सवाल हैं जिसे आरपीएफ और कमर्शियल विभाग के अधिकारी-कर्मचारी छिपाने में लगे हुए है और अब पूरा मामला एक गरीब बुजुर्ग के इर्द-गिर्द लाकर छोड़ दिया गया है और इस पूरे मामले में कई प्रकार का खेल शुरू हो गया है.
सबसे हैरानी की बात ये है कि आरक्षण केंद्र में चोरी होती है. लेकिन इस बात को आरपीएफ से रेलवे कर्मचारी छिपा लेते है. लेकिन जैसे ही 3 कर्मचारियों को सस्पेंड किया जाता है वैसे ही दोपहर करीब 1 बजे आरक्षण केंद्र में चोरी की थ्यूरी सामने आती है. जबकि आरक्षण केंद्र जब खुला तभी स्टॉफ ने ये देख लिया था कि वहां से कम्प्यूटर का मॉनिटर चोरी हो गया है. अब सवाल ये है कि ये जानकारी पहले क्यों छिपाई गई.
आरपीएफ की पूछताछ में चोर ने ये बताया है कि वो आरक्षण केंद्र के पिछले हिस्से में मौजूद खिड़की से घुसा. वो तब घुसा जब अंदर से मौजूद स्टॉफ ने रात 11 बजे के बाद पान खाकर थूंकने के लिए खोला था और वहीं से चोर अंदर घुसा. चोर की बात में कितनी सच्चाई है इसका खुलासा सीसीटीवी फुटेज से होगा. जबकि ये भी संभावना है कि चोर खिड़की से न घुसकर मेन गेट से ही अंदर गया हो. क्योंकि वह पहले से खुला था और इसी गेट से कमर्शियल विभाग के तीन कर्मचारी बार-बार जाना-आना करते हुए दिखाई दे रहे है. लेकिन आरपीएफ ने ये सीसीटीवी फुटेज अभी मीडिया के साथ शेयर नहीं किया है.