भारतीय एम्बेसी ने यूक्रेन के खार्किव में फंसे भारतीयों के लिए चेतावनी जारी की है। एम्बेसी ने कहा कि भारतीय तुरंत खार्किव को छोड़ दें। ये अलर्ट रूस से मिले इनपुट के बाद जारी किया गया है। भारतीय एम्बेसी ने कहा कि छात्र पैदल ही पास के शहरों पोसेचिन, बाबई और बेजुल्योदोव्का पहुंचें।
इस अलर्ट के बाद ही खार्किव में फंसे भारतीय छात्रों के पैदल ही दूसरे शहरों की ओर निकलने की खबर है। खार्किव से पोसेचिन 11 किमी, बाबई 12 किमी और बेजुल्योदोव्का 16 किमी दूर है।
खार्किव रेलवे स्टेशन पर हजारों भारतीय फंसे हुए हैं, क्योंकि यहां से ट्रेनें नहीं चल रही हैं। भारतीय एम्बेसी की ओर से अलर्ट जारी होने के थोड़ी ही देर बाद वहां की सिटी काउंसिल पर मिसाइल अटैक भी हुआ है।
यूक्रेन में अब सिर्फ 3 हजार भारतीय ही फंसे
यूक्रेन में अब केवल करीब तीन हजार भारतीय ही फंसे हैं। अब तक 17 हजार भारतीय यूक्रेन छोड़ चुके हैं। इनमें से 3352 भारत आ चुके हैं। बाकी लाए जा रहे हैं। अगले 24 घंटों में 15 उड़ानें अलग-अलग देशों से उन्हें एयरलिफ्ट करेंगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया पिछले 24 घंटों के दौरान, 6 उड़ानें भारत में उतरी हैं।
800 भारतीयों के साथ आज रात कल सुबह तक आएंगे चार C-17 ग्लोबमास्टर
वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर 200 भारतीयों को लेकर आज रात 1.30 बजे रोमानिया से लौटेगा। वायु सेना कुल चार विमान लगभग 800 भारतीय नागरिकों के साथ रात 1.30 बजे से कल सुबह 8 बजे के बीच हिंडन एयरबेस पर उतरेंगे। पोलैंड और हंगरी से दो विमान गुरुवार तड़के लौटेंगे। 10 फ्लाइट्स से 2305 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है। वहीं, हंगरी के बुडापेस्ट से भारतीय छात्रों को लेकर स्पाइसजेट की फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची। इंडियन एयरफोर्स का कहना है कि भारतीयों को निकालने के लिए प्रतिदिन 4 विमान उड़ाए जाने की तैयारी है।


