रायगढ़ तहसील में हुए ‘पिटाई कांड’ का नया वीडियो सामने आया है। इसमें शासकीय कर्मचारी को थप्पड़ मारते एक अन्य वकील दिखाई दे रहे हैं। आरोप है कि यह वीडियो नायब तहसीलदार की पिटाई से पहले का है। कर्मचारी को थप्पड़ मारने वाले वकील ने ही शुरुआत की और बाकी को उकसाया। नया वीडियो सामने आने के बाद कनिष्ठ प्रशासनिक संघ ने उसका भी नाम FIR में दर्ज कराने की बात कही थी, जिसके बाद इस संबंध में कर्मचारी की ओर से चक्रधर नगर थाने में आवेदन दिया गया है।
राजस्व विभाग में रीडर राम प्रसाद सिदार की ओर से दिए गए आवेदन में कहा गया है कि 11 फरवरी को तहसील कार्यालय में घुसकर मारपीट की गई थी। इस संबंध में पहले ही शिकायत दी जा चुकी है। उसमें अन्य लोगों द्वारा भी मारपीट किया जाना बताया था। आदिवासी जगदीश को पीटने वाले अधिवक्ता का नाम आशीष मिश्रा है। नया रीडर हूं, इसलिए अधिवक्ताओं का नाम नहीं जानता। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद उनका नाम पता चला। उस दिन की घटना का मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा है। उसे तत्काल गिरफ्तार करें।
वायरल वीडियो में थप्पड़ और धक्के मारते दिख रहे
वायरल हुए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि तमाम अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए तहसीलदार सुनील अग्रवाल के कक्ष में दाखिल होते हैं। कक्ष में बैठा कर्मचारी उनसे कुछ कहने का प्रयास करता है। तभी फिर एक वकील उसे थप्पड़ मारता है और धक्का देता है। इसके बाद अन्य वकील भी हाथापाई करने लगते हैं। इसी दौरान वहां रखे सामान को भी फेंकने लगते हैं। इसके बाद नारेबाजी करते हुए कक्ष से सब बाहर निकल जाते हैं।
वीडियो सामने आने के बाद अफसरों की नाराजगी फिर बढ़ गई है। पहले से ही सभी आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी को लेकर हड़ताल कर रहे तहसीलदार और नायब तहसीलदार भड़क गए हैं। कनिष्ठ प्रशासनिक संघ की अध्यक्ष माया आंचल ने कहा कि वीडियो को लेकर वह पुलिस अफसरों से आज मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारी को थप्पड़ मारने वाले वकील का नाम भी FIR में जुड़वाया जाएगा। उसकी भी गिरफ्तारी और कार्रवाई होनी चाहिए।