Monday, August 11, 2025

राज्यसभा चुनाव की बाड़ेबंदी शुरू:कांग्रेस विधायकों को होटल भेजने की तैयारी में, भाजपा ने 4 राज्यों में प्रभारी बनाए

राज्यसभा चुनाव को लेकर बाड़ेबंदी शुरू हो गई है। राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र और कर्नाटक में चुनाव को देखते हुए भाजपा ने यहां प्रभारी नियुक्त किया है। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को राजस्थान, गजेंद्र सिंह शेखावत को हरियाणा, अश्विणी वैष्णव को महाराष्ट्र और जी किशन रेड्डी को कर्नाटक का प्रभार दिया गया है। वहीं कांग्रेस भी हरियाणा और राजस्थान में अपने विधायकों को होटल में शिफ्ट करने की तैयारी में है।

सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में कांग्रेस और समर्थक विधायकों को एकजुट रखने के लिए 3 जून से उदयपुर में बाड़ेबंदी की तैयारी की जा रही है। सभी विधायकों को उसी होटल में ठहराया जाएगा, जहां पिछले महीने कांग्रेस का चिंतन शिविर हुआ था। कांग्रेस इससे पहले भी साल 2020 में विधायकों की बाड़ेबंदी कर चुकी है।

इधर, हरियाणा में भी विधायकों को राजस्थान में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। हरियाणा से सटे राजस्थान के बॉर्डर के आसपास सभी विधायकों को रखने की तैयारी है। हालांकि पिछले दिनों कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुलदीप विश्नोई शामिल नहीं हुए। ऐसे में उनको लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं।

राजस्थान: कांग्रेस के लिए तीसरी सीट पर राह आसान नहीं
राजस्थान में राज्यसभा की 4 सीटों पर चुनाव होना है, जिसमें हर उम्मीदवार को जीत के लिए 41-41 विधायकों के वोट चाहिए। कांग्रेस ने 3 कैंडिडेट रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को उतारा है, जबकि भाजपा ने घनश्याम तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने भाजपा समर्थन से निर्दलीय पर्चा भरा है।

कांग्रेस के पास खुद के 108 विधायक हैं। एक आरएलडी के सुभाष गर्ग हैं। 13 निर्दलीय, दो सीपीएम और दो बीटीपी विधायकों को मिलाकर कांग्रेस ने 126 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। कांग्रेस के इस दावे के बावजूद सेंध का खतरा बना हुआ है। नाराज विधायक तीसरे सीट पर कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकते हैं। चार निर्दलीय, दो बीटीपी विधायक कांग्रेसी खेमे से खिसके तो संख्या बल 120 ही रह जाएगा। ऐसे में तीसरे उम्मीदवार के जीतने पर ग्रहण लग सकता है।

हरियाणा: कागज पर मजबूत, मगर गणित गड़बड़ होने का डर
हरियाणा में राज्यसभा की कुल 2 सीटों पर चुनाव होना है, जिसमें हर उम्मीदवार को 31-31 विधायकों के वोट चाहिए। कांग्रेस के पास 31 विधायकों का समर्थन है, इसके बावजूद पार्टी को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है। हरियाणा में कांग्रेस ने अजय माकन और भाजपा ने कृष्णलाल पंवार को उम्मीदवार बनाया है। वहीं कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय पर्चा भरा है, उन्हें दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा का समर्थन मिला है, जिसके पास 10 विधायक हैं।

30 मई को हरियाणा कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई थी, जिसमें कुलदीप विश्वोई शामिल नहीं हुए थे।
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