हिजाब विवाद के बीच रविवार को कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंगदल कार्यकर्ता हर्षा की हत्या कर दी गई। शिवमोगा पुलिस ने मंगलवार तक जिले में कर्फ्यू लगाने की बात की है। इस घटना को लेकर सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस आमने-सामने हैं। इस बीच भास्कर ने बजरंगदल कार्यकर्ता के परिवार से बात की। परिवार ने कहा कि हर्षा की हत्या करने वाले को 10 लाख रु. इनाम देने का ऐलान किया गया था।
परिवार ने कहा कि हर्षा कुछ दिन पहले ही बजरंग दल छोड़ चुका था। उसे धमकियां मिल रही थीं और इसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी। पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है।
रविवार रात करीब 9 बजे हर्षा की चाकू मारकर पर हत्या कर दी गई थी। वह 26 साल का था। जब हर्षा की शव यात्रा में हिंसा भी हुई। शिवमोगा के SP लक्ष्मी प्रसाद बीएम ने कहा जुलूस खत्म होने के बाद सब कुछ शांतिपूर्ण है। 500 से ज्यादा पुलिस फोर्स तैनात की गई है। इस मामले में अब तक तीन लोग अरेस्ट हुए हैं, दो और गिरफ्तारियां बाकी हैं, लेकिन पुलिस ने उनकी पहचान उजागर नहीं की है, न ही हत्या के कारण बताए हैं।
शव यात्रा में हिंसा के दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों को कंट्रोल करने पुलिस को कई जगहों पर आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा था। सुरक्षा के चलते शहर में धारा 144 लागू की गई है। शिवमोगा में हालात काबू में रखने के लिए एहतियात के तौर पर स्कूल-कॉलेज दो दिन के लिए बंद किए गए हैं।
राज्य के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने घटना को धार्मिक रंग देते हुए कहा, ‘हर्षा की हत्या मुस्लिम गुंडों ने की है। हत्या के लिए कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने उकसाया था।’ जवाब में डीके शिवकुमार ने कहा, ‘भाजपा धर्म के नाम पर दंगा करा रही है। ईश्वरप्पा के खिलाफ तुरंत मुकदमा दर्ज होना चाहिए।’ भाजपा नेता बीएल संतोष ने कहा, ‘हर्षा की हत्या एंटी हिजाब प्रोटेस्ट की वजह से हुई है।’
कर्नाटक के होन्नाली से भाजपा विधायक सांसद रेणुकाचार्य द्वारा हर्ष के परिवार को 2 लाख रुपए के मुआवजे की भी घोषणा की गई है। शिवमोगा जिले के प्रभारी मंत्री केसी नारायण गौड़ा ने कहा कि बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या की घटना बिना समर्थन के नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि आरोपी और मृतक के बीच हाथापाई हुई थी।


