बात नहीं मानने पर 13 जनवरी से कंपनी के खिलाफ घेराव, अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के साथ भूख हड़ताल
कामगारों की बहाली व अन्य मांगों को लेकर ऊर्जाधानी संगठन ने किया उपवास
कोरबा जिले के दीपका गेवरा मे ऊर्जाधानी भूविस्थापित संगठन के मजदूरों को साइलो व सीएचपी से निकाले गए थे जिसमें से कुछ ही मजदूरों को प्राइवेट कंपनी ने काम पर वापस लिया है जबकि ऊर्जा धानी विस्थापित संगठन की सभी मजदूरों
काम में लेना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिसके चलते बचे हुए मजदूरों की बहाली के लिए एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर कोरोना महामारी के गाइडलाइन का पालन करते हुए झाबर के कॉलेज मैदान मे शांतिपूर्ण एक दिवसी धरना प्रदर्शन किया गया है क्योंकि पूर्व में प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले मजदूरों की बहाली के लिए 3 घंटे साइलो व सीएचपी को बंद भी किया गया था वही एसईसीएल प्रबंधन व प्राइवेट कंपनी नागार्जुन के अधिकारी ऊर्जाधानी भूविस्थापित संगठन के पदाधिकारी और मजदूरों के बीच मांगों को लेकर 15 दिवस के भीतर में बहाल करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी व एसईसीएल प्रबंधन के मौजूदगी में प्राइवेट कंपनी नागार्जुन के द्वारा लिखित आश्वासन दिया था लेकिन कुछ ही मजदूरों की बहाली किया गया और बाकी बचे हुए मजदूरों को 15 दिवस के भीतर में बहाल कर दिये जाएंगे ऐसा कहे थे लेकिन मांगों को पूरा नहीं किया गया जिसके चलते एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया और बचे हुए मजदूरों को वापस नहीं लिया तो 13 जनवरी से कंपनी के खिलाफ घेराव, अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के साथ भूख हड़ताल मजदूर बैठ जाएंगे
अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकुर जिला मीडिया प्रभारी ललित महिलांगे भागीरथ यादव रजनीश मरावी मुकेश यादव बसंत कुमार कंवर पवन यादव अर्जुन सिंह पोर्ते बसंत कश्यप राहुल जायसवाल अनसुइया राठौर रमेश कश्यप लक्ष्मी रामेश्वर विजय श्याम मनहरण पाटले बसंत चंद्राकर रामकुमार केवट रेशमी कश्यप रुकमणी पूनम कश्यप बुधवारा बाई रामेश्वरी बाई धरम कुंवर रोहित कश्यप गोविंद राज रिंकू राज गणेश उइके सुकलाल सिंह करन सिंह पोर्ते एवं समस्त सैकड़ों ठेका मजदूर उपस्थित थे ।