नई दिल्ली । देश में बढ़ती महंगाई की गूंज संसद में भी सुनाई दे रही है। सोमवार को संसद के दोनों सदनों में महंगाई के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों के हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा जबकि लोकसभा में हंगामे के बाद सदस्यों ने वाकआउट कर दिया।
दो बार स्थगित हुई राज्यसभा की कार्यवाही
दरअसल, कांग्रेस और टीएमसी के अलावा अन्य दलों के विपक्षी सांसद महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे थे। राज्यसभा सांसद केसी वेणुगोपाल, अबीर रंजन विश्वास, विनय विश्यम समेत कई सांसदों ने चर्चा की मांग की। इसको लेकर सांसदों ने नोटिस भी दिए थे, लेकिन सभापति वेंकैया नायडू ने चर्चा की अनुमति नहीं दी। नोटिस अस्वीकार होने पर विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी सांसद सभापति के आसन के पास नारेबाजी करने लगे। राज्यसभा की कार्यवाही को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
लोकसभा से विपक्षी सांसदों का वाकआउट
लोकसभा में भी राज्यसभा की तरह महंगाई के मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी सांसद पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और महंगाई का विरोध कर रहे थे। कांग्रेस, टीएमसी, वाम दलों और शिवसेना के सांसदों ने सदन से वाकआउट कर दिया।
भाजपा ने जारी किया व्हिप
भाजपा ने राज्यसभा के अपने सभी सदस्यों के लिए पांच से आठ अप्रैल तक के लिए व्हिप जारी किया है। संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का ये आखिरी हफ्ता है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि मोदी सरकार सात महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित करवाने का प्रयास करेगी। इन विधेयकों में दिल्ली नगर निगम संशोधन विधेयक और आपराधिक प्रक्रिया (पहचान) विधेयक भी शामिल हैं।


