Monday, December 8, 2025

तीसरी लहर को मात देने अभी से तैयारी: जिला अस्पताल परिसर में 100 बेड का होगा कोविड हॉस्पिटल

तीसरी लहर को मात देने अभी से तैयारी: जिला अस्पताल परिसर में 100 बेड का होगा कोविड हॉस्पिटल

कोरबा। कोरोना संकमण की रोकथाम व नियंत्रण को लेकर सार्वजनिक जगहों, सरकारी दफ्तरों को सेनेटाईजेशन समेत अन्य तमाम उपाय किए जाने के बीच तीसरी लहर को मात देने तैयारी भी शुरू कर दी गई है। जिला अस्पताल से लगे हुए जिस अस्पताल में बालाजी अस्पताल संचालित था वहां अब 100 बिस्तर का कोविड-19 अस्पताल होगा। स्याहीमुड़ी में चल रहे सिपेट के 400 में से 100 बेड यहां स्थानांतरित किया जाएगा, सभी आक्सीजन सुविधा युक्त होगा। मेडिकल कालेज के चिकित्सक यहां अपनी सेवाएं देगे।
पहले पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशीप के आधार पर सर्वसुविधा युक्त बालाजी अस्पताल का संचालन किया जा रहा था। इस भवन में बिस्तर को छोड़ सभी संसाधन उपलब्ध है। इस माह के अंदर यहां अस्पताल शुरू हो जाएगा। दूसरी लहर से भले ही कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण की गति तेज हो पर राहत की बात यह है कि अब तक आक्रामक कम नजर आया है। अब तक मिले संक्रमितों में 15 मरीजों को ही ईएसआइसी अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आई है। आधे से ज्यादा मरीजों को होम आइसोलेशन में ही इलाज की सुविधा दी जा रही है। यह भी सुखद है कि आक्सीजन की कमी वाले मरीजों संख्या कम है। बावजूद इसके प्रशासन कोविड संक्रमण के हर स्थिति से निपटने पूरी तैयारी की जा रही है। ईएसआइसी के हास्पिटल के पहले 35 बेड में आक्सीजन सुविधा जो बढ़कर सभी 145 बेड में हो गए हैं। तीन जनवरी को 41 संक्रमित के साथ तीसरी लहर की कहर शुरू हुई है। इसके पहले तक इक्के दुक्के ही पाजिटिव केस मिल रहे थे। जिला अस्पताल परिसर में आक्सीजन उत्पादन के दो प्लांट संचालित है।जबकि शनिवार को करीब 8 माह बाद एक ही दिन में मिले 307 कोरोना संक्रमित
शनिवार को करीब 8 माह बाद एक ही दिन में 307 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। वही आज रविवार को कोरबा जिले में 243 कोविड-संक्रमिततो की पहचान हुई है जिनमें 175 पुरुष, और 68 महिला शामिल है करतला 01, कटघोरा ग्रामीण 34, कटघोरा शहरी 32, कोरबा ग्रामीण 18, कोरबा शहरी102, पाली 54, पोड़ी उपरोड़ा 02, मिले हैं

बीते दिनों की तरह ही सर्वाधिक कोरोना केस कोरबा शहरी इलाके से 139 नए मामले मिले हैं। इस बार बुजुर्ग से लेकर बच्चे भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा को भी प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए संक्रमित प्रसूताओं के लिए पृथक से इएसआईसी अस्पताल में व्यवस्था की जा रही। यहां 10 बेड का प्रसूति गृह का संचालन होगा। जिला अस्पताल के तीन में से एक आपरेशन थियेटर को शिफ्ट किया जाएगा।

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