छत्तीसगढ़ में मौसम ने एक बार फिर करवट बदला है। इस बार इसने झुलसाने वाली गर्मी से राहत का माहौल बनाया है। मौसम में बदलाव की वजह दक्षिण से आ रही अपेक्षाकृत ठंंडी हवा है। मौसम विभाग का कहना है, इन हवाओं के प्रभाव से अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी। न्यूनतम तापमान में वृद्धि संभावित है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, प्रदेश में फिलहाल दक्षिणी हवा आ रही है। यह अपेक्षाकृत ठंडी है। इसकी वजह से अगले दो दिनों तक अधिकतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी की वजह से न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है। 20 मार्च को प्रदेश के कुछ संभागों में बादल आने की संभावना बन रही है। इसकी वजह से भी अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी, लेकिन न्यूनतम तापमान बढ़ेगा। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक 24 मार्च से हवा की दिशा फिर से उत्तर-पश्चिम हो जाएगी। इसकी वजह से अधिकतम तापमान में वृद्धि का ट्रेंड शुरू हो जाएगा।
हवा में बढ़ी हुई है नमी
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक इस समय हवा में नमी की मात्रा बढ़ी हुई है। शनिवार को रायपुर में 64% नमी थी। यहां 7.5 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दक्षिणी हवा चल रही है। वहीं दुर्ग की हवा में 70%, राजनांदगांव में 65% और जगदलपुर में 66% नमी है। बिलासपुर में 49% नमी है और हवा भी 1.8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दक्षिण-पूर्व हवा चल रही है। इस माहौल में दिन का तापमान पिछले एक सप्ताह की तुलना में थोड़ा कम हुआ है। मार्च महीने में प्रदेश की औसत नमी 27 से 43% के बीच होती है।
एक सप्ताह से तप रहा था प्रदेश
फरवरी बीतने से पहले ही छत्तीसगढ़ में धूप तेज हो गई थी। मध्य मार्च आते-आते यहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया था। मौसम विज्ञानियों का कहना था, अगर यही ट्रेंड बना रहा तो मार्च में गर्मी का रिकॉर्ड टूट जाएगा। सामान्य तौर पर यहां 40 डिग्री सेल्सियस तापमान मार्च महीने के अंतिम दो-तीन दिनों में पहुंचता रहा है। मार्च में यहां रिकॉर्ड सबसे अधिक तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस है। यह 28 मार्च 1898 को रिकॉर्ड किया गया था।