कोरबा-करतला विद्युत वितरण केंद्र बरपाली अंतर्गत ग्राम सलिहाभाठा में आज शाम 4.30 बजे बिना किसी आंधी-तूफान या बारिश के निम्नदाब विद्युत प्रवाहित तार (एल.टी.लाइन) टूट कर मवेशियों के ऊपर गिर गई। मौके पर ही 3 मवेशियों की मौत हो गई। बेजुबान मवेशियों की मौत का कारण टूटी हुई तारों को बार-बार जोड़कर काम चलाने की प्रवृत्ति है। आंधी-तूफान बारिश की वजह से बिजली के खंभों तथा तार का टूटना लाजमी है, परंतु बिना किसी आंधी-तूफान या बारिश के यदि तार टूटकर गिरने लगे तो इसे लापरवाही ना कहें तो और क्या कहें। बताया जा रहा है कि बार-बार टूटे तार जोड़ कर सिर्फ काम चला लेने की लापरवाही इस घटना की वजह है जबकि पूर्व में भी इस प्रकार की घटना कई बार घटित हो चुकी है जब 11 केवी की तार टूटने से मवेशियों की तथा इंसानों की जान गई है।
गर्मी के मौसम में विद्युत विभाग के द्वारा मेंटेनेंस के नाम पर बिजली बंद किया जाता था कि बरसात से पहले व्यवस्था सुधार ली जाए लेकिन पहली बारिश ने विद्युत विभाग के काम गिनाने चालू कर दिए हैं। पिछले कई दिनों से आसपास के गाँव में ब्लैकआउट है। सलिहाभाठा में विद्युत प्रवाहित तार गिरने से खेत में चर रहे 3 मवेशियों की मौके पर ही मौत हो गयी। विद्युत वितरण केंद्र बरपाली के जे.ई. साहब की नींद इतने पर भी नहीं खुली है शायद वे किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं। हर वर्ष बरसात के पहले व्यवस्था ठीक कर ली जाएगी बोला जाता है पर वास्तविकता पहली बरसात पर ही दिखने लगती है कहीं खम्बे गिरे हुए हैं तो कहीं तार टूट पड़े हैं। कितने गाँव में तो 3 से 5 दिन हो गए बिजली नहीं आयी है। बरपाली क्षेत्र की जनता जेई की कार्यप्रणाली से काफी नाराज हैं। लोगों का कहना है कि विद्युत व्यवस्था को सुधारने के संबंध में बार-बार सूचित करने के बावजूद भी जेई कोई रुचि नहीं दिखा रहे हैं।