कोरबा, 16 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय बनवारीलाल अग्रवाल का बुधवार 15 अक्टूबर की रात निधन हो गया। वे 78 वर्ष के थे। उनके निधन से पूरे शहर में शोक की लहर व्याप्त है।
स्व. अग्रवाल का जन्म 01 मई 1947 को ग्राम जपेली (कोरबा) में हुआ था। वे पेशे से अधिवक्ता रहे और लंबे समय तक भाजपा संगठन एवं सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहे। वे मूल रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे और नानाजी देशमुख के गोंडा प्रकल्प (उत्तर प्रदेश) में पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में सेवाएं दे चुके थे।
उन्होंने पहली बार 1993 में विधानसभा चुनाव जीता और कांग्रेस प्रत्याशी कृष्णालाल जायसवाल को हराया। 1998 में उन्होंने कटघोरा से कांग्रेस नेता जयसिंह अग्रवाल को पराजित कर पुनः विधानसभा पहुंचे और छत्तीसगढ़ की प्रथम विधानसभा के उपाध्यक्ष बने। हालांकि तत्कालीन मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने राजनीतिक कारणों से उन्हें पद से हटा दिया था।
2003 और 2008 में उन्होंने कटघोरा एवं कोरबा से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन मामूली अंतर से पराजय झेलनी पड़ी। वे विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण कोरबा के अध्यक्ष तथा बिलासपुर जिला भाजपा के महामंत्री भी रहे।
स्व. अग्रवाल ने सामाजिक क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने कोरबा के दूरस्थ वनांचल देवपहरी गांव में आश्रम शाला की शुरुआत की, जहां आदिवासी बच्चों के लिए निःशुल्क आवास एवं शिक्षा की व्यवस्था है।
वे अपने पीछे पत्नी सहित भाई महावीर प्रसाद अग्रवाल, भतीजे दिव्यानंद, परमानंद और हितानंद अग्रवाल सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
अंतिम यात्रा
समय – अपराह्न 3 बजे
दिनांक – 16 अक्टूबर 2025
स्थान – निवास दुरपा रोड कोरबा से मोतीसागर पारा मुक्तिधाम कोरबा


