Tuesday, September 17, 2024

कंगना की फिल्म को सेंसर बोर्ड ने सर्टिफिकेट दिया:इमरजेंसी के 3 सीन डिलीट, 10 बदलाव भी करने होंगे, इसके बाद रिलीज होगी

हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी को सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने U/A सर्टिफिकेट दे दिया है। इस फिल्म के कई सीन पर CBFC ने आपत्ति जताई है, जिसकी वजह से अब ये फिल्म कई कट और बदलावों के बाद कुछ ही हफ्तों में रिलीज की जाएगी।

CBFC ने इस फिल्म से 3 सीन डिलीट करने के निर्देश दिए हैं। सख्त हिदायत दी है कि फिल्म को रिलीज करने से पहले इसमें 10 बदलाव करने होंगे।

फिल्म को लेकर सिख संगठनों ने आपत्ति जताई थी, जिसके कारण CBFC ने सर्टिफिकेट रोक दिया था। कंगना ने बताया था कि सर्टिफिकेट ना मिलने के कारण फिल्म अपने तय समय पर रिलीज नहीं हो पाई है।

सेंसर बोर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट मिलने के बाद अभी तक सिख संगठनों की तरफ से या फिर कंगना के तरफ से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

कंगना की फिल्म का ट्रेलर, जिसमें भिंडरावाला का कैरेक्टर भी दिखाया गया है।
कंगना की फिल्म का ट्रेलर, जिसमें भिंडरावाला का कैरेक्टर भी दिखाया गया है।
  • इमरजेंसी में दिखाए गए विवादित बयानों पर सेंसर बोर्ड ने फैक्ट्स दिखाने को कहा है। CBFC ने कहा है कि मेकर्स को इस फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन द्वारा भारतीय महिलाओं के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के भारतीयों को खरगोशों की तरह प्रजनन करने वाले बयानों के सोर्स पेश करने होंगे।
  • सेंसर बोर्ड ने मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को 10 बदलावों की लिस्ट भेजी है। इनमें अधिकतर दृश्य वे हैं, जिन पर सिख संगठनों की तरफ से आपत्ति जताई गई है।
  • फिल्म के एक सीन में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेश शरणार्थियों पर हमला करते हुए दिखाया गया है। इसमें उन्हें बच्चों व महिलाओं पर हमला करते हुए दिखाया गया है। CBFC ने इस सीन पर भी अपनी आपत्ति जताई है। बोर्ड ने मेकर्स को फिल्म से इस सीन को बदलने या फिर पूरी तरह डिलीट करने की मांग की है।
फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए।
फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन में बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए।

कंगना ने अपनी इस फिल्म का ट्रेलर सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया था, फिल्म 6 सितंबर को रिलीज भी होने वाली थी। सिख संगठनों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। सिख संगठनों का आरोप है कि इस फिल्म में सिखों को आतंकी दिखाने का प्रयास किया गया।

एक कैरेक्टर को जरनैल सिंह भिंडरांवाला भी बनाया गया है। सिख संगठनों का मानना है कि फिल्म में ब्लू स्टार ऑपरेशन को भी फिल्माया गया है, जो जरनैल सिंह भिंडरांवाला को खत्म करने के लिए ही चलाया गया था।

हजारों सिखों ने मुंबई स्थित 4 बंगला गुरुद्वारे के बाहर इकट्ठा होकर खूब नारेबाजी की थी। उन्होंने कंगना रनोट के पोस्टर्स पर चप्पल मारी और फिल्म के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। सिख समुदाय के लोगों का कहना था कि वे किसी भी सूरत में इस फिल्म को मुंबई के सिनेमाघरों में रिलीज नहीं होने देंगे। उनका दावा था अगर प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो वे इसके खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।

विरोध के बाद फिल्म को सर्टिफिकेट देने का मामला कोर्ट में पहुंच गया। जिसको लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुनवाई की अगली तारीख 18 सितंबर है। 4 सितंबर को भी इस मामले में सुनवाई हुई थी। जिसमें बॉम्बे हाई कोर्ट ने सेंसर बोर्ड को 18 सितंबर तक फिल्म को लेकर ऑब्जेक्शन क्लियर करने और सर्टिफिकेट देने के निर्देश दिए थे।

फिल्म की प्रोड्यूसर बबीता (सबसे बाएं), आदि शर्मा (दाएं से दूसरे) और डायरेक्टर मनोज तापाड़िया (सबसे दाएं) के साथ कंगना रनोट।
फिल्म की प्रोड्यूसर बबीता (सबसे बाएं), आदि शर्मा (दाएं से दूसरे) और डायरेक्टर मनोज तापाड़िया (सबसे दाएं) के साथ कंगना रनोट।

कंगना रनोट ने कुछ दिन पहले ही अपना अगला प्रोजेक्ट ‘भारत भाग्य विधाता’ अनाउंस किया था। कंगना ने ट्वीट कर दी जानकारी दी थी कि परदे पर रियल-लाइफ हीरोइज्म का मैजिक देखने के लिए तैयार हो जाइए। इस फिल्म की अनाउंसमेंट करते हुए एक्साइटेड हूं।

 सर्टिफिकेट का मतलब है ‘अप्रतिबंधित के साथ सावधानी’। ऐसी फिल्मों को 2 साल से कम उम्र के दर्शकों के लिए माता-पिता के मार्गदर्शन की आवश्यकता है। ये फिल्में परिवार के साथ देखी जा सकती हैं, लेकिन बच्चों को बड़ों के मार्गदर्शन की इसमें जरूरत पड़ती है।

कंगना रनोट ने कहा था कि वे अपनी फिल्म ‘इमरजेंसी’ के लिए कोर्ट में लड़ेंगी और इसे बिना किसी काट-छांट के रिलीज करेंगी, क्योंकि वे तथ्यों को बदलना नहीं चाहती हैं। कंगना ने हाल ही में शुभांकर मिश्रा के पॉडकास्ट पर फिल्म इमरजेंसी की चर्चा की। इस पर रोक लगने पर नाराजगी जताई। कहा, ‘झाड़ के पीछे लड़का-लड़की रोमांस करते हैं, वही दकियानूसी कहानी बनाते रहें? आज हम इससे डर जाएं, कल किसी और से डरेंगे। फिर लोग हमें डराना शुरू कर देंगे। हम हर चीज से डरते रहते हैं। हम कब तक डरेंगे।

मैंने अपने पूरे स्वाभिमान से फिल्म बनाई है, इसलिए सेंसर बोर्ड कोई चीज पॉइंट आउट नहीं कर पा रहा है। उन्होंने मेरा सर्टिफिकेट रोका हुआ है, लेकिन मैंने ठान लिया है कि मैं कोर्ट में लड़कर इसे अनकट रिलीज करूंगी। मैं अचानक ये नहीं दिखा सकती कि इंदिरा गांधी अपने आप ही घर में मर गईं।’को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा कि पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे थे। वहां रेप और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल को वापस ले लिया गया वर्ना इन उपद्रवियों की बहुत लंबी प्लानिंग थी। वे देश में कुछ भी कर सकते थे

बताते चलें कि फिल्म इमरजेंसी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर बनाई गई है, जिस समय इमरजेंसी लगी थी। फिल्म में कंगना ने इंदिरा गांधी का रोल प्ले किया है। वहीं अनुपम खेर, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े जैसे एक्टर अहम किरदारों में हैं।

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